Home > धर्म > सप्ताहा के इन 4 दिन गलती से भी ना करें किसी से कर्ज का लेन-देन का काम! नहीं तो कभी नहीं वापस लौटेगा पैसा, होगी धन की हानि

सप्ताहा के इन 4 दिन गलती से भी ना करें किसी से कर्ज का लेन-देन का काम! नहीं तो कभी नहीं वापस लौटेगा पैसा, होगी धन की हानि

हिंदू धर्म में बताया गया है कि सप्ताहा के इन दिनों में गलती से भी किसी से भी कर्ज का लेन-देन नहीं करना चाहिए, ऐसा करना अशुभ माना जाता है और इससे धन हानि होने की संभावना हो सकताी है. चलिए जानते हैं यहां कि सप्ताहा के किन दिनों में कर्ज नहीं लेना चाहिए.

By: chhaya sharma | Published: November 15, 2025 5:24:24 PM IST



जरूरत पड़ने पर कई लोगों अपने जान पहचान वालों से धन उधार लें लेते हैं, लेकिन कई बार वो वादा किए गए समय पर धन वापस नहीं कर पाते है. जिसकी वजह से कर्ज देने वाले को भी परेशानी होती है और कर्जा लेने वाले को भी दिक्कत होती है. धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाएं, तो इसका कारण गलत समय पर कर्ज का लेन-देन हो सकता हैं. क्योंकि हिंदू धर्म में बताया गया है कि सप्ताहा में कुछ ऐसे दिन होते हैं, जिन में कर्ज का लेन देन गलती भी नहीं करना चाहिए, नहीं तो अशुभ होता है और धन की हानि उठानी पड़ सकती हैं. चलिए जानते हैं यहां कि सप्ताहा के किन दिनों में भूल कर भी कर्ज का लेन-देन नहीं करना चाहिए 

मंगलवार (Tuesday)

हिंदू धर्म के अनुसार, मंगलवार को उग्र ग्रह माना जाता है, इसलिए कहा जाता है कि इस दिन किसी भी तरह के कर्ज का लेन-देन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस दिन कर्ज लेने से कर्ज का बोझ बढ़ता है और देने से पैसा के वापस मिलने में परेशानी होती है. इसलिए कभी भी मंगलवार को किसी को भी कर्ज पर पैसा देना या लेना नहीं चाहिए 

बुधवार (Wednesday)

बुधवार के दिन भी धन को कर्ज पर देना अशुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन दिया गया कर्ज आपको बड़ी परेशानी में डाल सकता है. ऐसा करने से आपको कोई बड़े धन का हानी हो सकती है. 

गुरुवार (Thursday)

गुरुवार के दिन भी किसी से भई कर्ज का लेन-देन नहीं करना चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं, तो पैसा वापस मिलने की संभावना कम हो जाती है. इसलिए गुरुवार के दिन किसी को भी पैसा कर्ज पर नहीं देना चाहिए.

शनिवार (Saturday)

हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, शनिवार को कर्ज का लेनदेन भी अच्छा नहीं माना जाता है. ऐसा करने से दिया गया कर्ज लंबे समय तक चुकाया जाता हैं, जिसकी वजह से कर्ज देने वाले को भी परेशानी होती है और कर्जा लेने वाले को भी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. Inkhabar इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

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