Chandra Grahan 2025: सितंबर में साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है। इस ग्रहण का असर केवल सभी राशियों पर ही नहीं, बल्कि बाजार और आर्थिक गतिविधियों पर भी देखा जा रहा है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, यह ग्रहण केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इसका प्रभाव हमारे आर्थिक और सामाजिक जीवन पर भी पड़ेगा ,ग्रहण के दौरान चंद्रमा की रोशनी कमजोर होने से लोगों की मानसिक स्थिति प्रभावित होती है। इसका सीधा असर निर्णय लेने की क्षमता और व्यवहार पर भी पड़ता है।
उतार-चढ़ाव भरा रहेगा ग्रहण का समय
इस बार का चंद्र ग्रहण व्यापार और आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव लेकर आ सकता है। जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा की दशा चल रही है, उन्हें इस समय निवेश से बचना चाहिए। विशेष रूप से रियल एस्टेट, शेयर मार्केट और ज्वेलरी कारोबारियों के लिए यह समय जोखिम भरा हो सकता है व सामान्य बाजार में भी अचानक मांग असंतुलन देखने को मिल सकता है। वहीं परिवारों में आपसी मतभेद और गलतफहमियां बढ़ने की संभावना रहती है। ऐसे समय में धैर्य और संयम बनाए रखना ही सबसे बड़ा उपाय है।
ना करें कोई भी शुभ काम
चंद्र ग्रहण का प्रभाव सामाजिक जीवन पर भी देखा जा सकता है इसलिए ग्रहण के समय नई साझेदारी, विवाह या अन्य शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। इस चंद्र ग्रहण के दैरान कर्क, सिंह, तुला और मीन राशि के जातकों को इस दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि उन्हें अचानक खर्च और पारिवारिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है।
क्या करें उपाय ?
चंद्र ग्रहण का असर केवल व्यक्तिगत जीवन या व्यापार पर ही नहीं, बल्कि परिवार और सामाजिक वातावरण पर भी पड़ रहा है। इससे बचने और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए ग्रहण के बाद गरीबों और जरूरतमंदों को दान करना अत्यंत शुभ माना गया है। दान में चावल, दूध और चांदी शामिल करने की सलाह दी जाती है और परिवार के सभी लोग मिलकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान चालीसा का नियमित पाठ घर में शांति,और साकारात्मक ऊर्जा का संतुलन बनाए रखता है व घर माहौल भी सुखमय रहता है।
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