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Chanakya Niti: ये 3 संकेत बताते हैं कि आने वाली है जीवन में कंगाली और बुरा वक्त! पहले से ही हो जाएं “सावधान”

Chanakya Niti In Hindi: चाणक्य नीति के अनुसार जीवन में जब कंगाली और बुरा वक्त आने वाला होता है, तो 3 बड़े संकेत पहले ही मिल जाते हैं. जिन्हें समझना बेहद जरूरी है. चलिए जानते हैं यहां आचार्य चाणक्य के अनुसार, क्या है कंगाली, दरिद्रता और बुरा वक्त आने के संकेत.

By: chhaya sharma | Published: November 12, 2025 12:18:24 PM IST



Acharya Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य एक महाना विधिवेत्ता और दार्शनिक थे और उन्हें भारत का सबसे महान राजनेता, अर्थशास्त्री और ज्ञानी माना जाता है. चाणक्य को विष्णुगुप्त कौटिल्य (kautilya chanakya) के नाम से भी जाना जाता था. आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति नाम के एक ग्रंथ की रचना की है, जिसमें उन्होंने जीवन को सरल बानाने और समझने के लिए नीतिशास्त्र के सूत्र दिए हैं. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जब भी किसी व्यक्ति के जीवन में कंगाली, दरिद्रता और बुरा वक्त आने वाला होता है, तो उसे 3 संकेत मिलते हैं, जिन्हें समझना बेहद जरूरी है. चलिए जानते हैं यहां आचार्य चाणक्य के अनुसार जीवन में बुरा समय आने की चेतावनी क्या है?

इन 3 संकेतों से पता लगता है आने वाला है जीवन में बुरा समय 

बुरा वक्त आने का पहला संकेत: आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) के अनुसार, जब घर के आंगन में तुलसी का पौधा सूख जाता है, तो यह संकट की चेतावनी माना जाता है. क्योंकि तुलसी का पौधा देवी लक्ष्मी का प्रतीक होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, लेकिन अगर तुलसी का पौधा सूख जाएं, तो समझा जाता है घर में सकारात्मक का संचार हो रहा है और मां लक्ष्मी आप से नराज है. इससे धन हानि होनी शुरु हो जाती है. ऐसे में व्यक्ति को सतर्क होकर धार्मिक उपाय करने चाहिए. 

बुरा वक्त आने का दूसरा संकेत: आचार्य चाणक्य नीति (Chanakya Niti In Hindi) के अनुसार, अगर आपके घर में बिना वजह क्लेश हो रहा हो,  घर के लोगों में आपस में नहीं बन रही हो. तनाव या आपसी बहस की स्थिति बार-बार हो रही है, तो यह संकट का संकेत है कि कठिन समय आने वाला है और  घर में दरिद्रता आने वाली है. क्योंकि जिस घर में क्लेश होता है, उस घर से धन की देवी मां लक्ष्मी चली जाती है. जिससे आर्थिक स्थिति खराब होती है, व्यापार में नुकसान होता है. इसलिए घर में धार्मिक माहौल बनाकर रखना चाहिए और क्रोध पर नियंत्रण रखना चाहिए.

बुरा वक्त आने का तीसरा संकेत: आचार्य चाणक्य के अनुसार, शीशे का टूटना बड़ा अपशगुन माना जाता है. अगर घर का दर्पण या शीशा खुद चटक जाए या टूट जाए, तो यह आने वाले दुर्भाग्य की चेतावनी माना जाता है. ऐसे में टूटा हुआ शीशा कभी भी घर में ना रखें, उसे तुरंत बाहर कर दें. 

प्रकृति और वातावरण देते हैं बुरा और अच्छा वक्स आने के संकेत

आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) बताते है प्रकृति और वातावरण में होने वाले छोटे-छोटे परिवर्तन हमें भविष्य में होने वाली चीजों के संकेत देते हैं. यदि इन चेतावनियों को समय रहते समझ लिया जाए, तो हम किसी बड़ी अनहोनी से बच सकते हैं और बुरे समय को टाल सकता है. हैं

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. Inkhabar इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

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