Sade Sati 2025: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि ग्रह आने वाले चार सालों तक कुछ राशियों के लिए बड़ा संकट लेकर आ सकते हैं। शनि देव वर्तमान में मीन राशि में संचरण कर रहे हैं और साल 2027 तक इसी राशि में बने रहेंगे। ऐसे में जिन राशियों पर साढ़ेसाती का प्रभाव है, उन्हें सावधान रहना होगा क्योंकि इस दौरान कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। शनि ग्रह को न्याय का देवता और कर्मफलदाता माना जाता है। यह ग्रह उम्र, रोग, पीड़ा और तकनीक का कारक होता है। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या जीवन में उथल-पुथल ला सकती है। माना जाता है कि जब किसी राशि पर साढ़ेसाती का प्रभाव होता है, तो बनते काम अटकने लगते हैं, मानसिक तनाव बढ़ता है और आर्थिक नुकसान का खतरा मंडराने लगता है।
इन तीन राशियों का होगा जीना हराम
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस बार शनि की साढ़ेसाती का सबसे ज्यादा असर मीन, मेष और कुंभ राशि पर पड़ेगा। मीन राशि पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरू हो चुका है। मेष राशि वालों के लिए यह समय बेहद कठिन साबित हो सकता है, जबकि कुंभ राशि पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है। इन चार सालों के दौरान इन तीन राशियों के जातकों को मानसिक तनाव, नौकरी में अस्थिरता, आर्थिक संकट और कर्ज की स्थिति से जूझना पड़ सकता है। खासकर जो लोग करियर में बदलाव की सोच रहे हैं, उनके लिए समय प्रतिकूल साबित हो सकता है।
क्या करें उपाय?
हालांकि, कुछ उपायों से शनि के प्रभाव को कम किया जा सकता है। ज्योतिषाचार्य सलाह देते हैं कि शनिवार के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाएं, शनि चालीसा का पाठ करें और पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं। इसके अलावा काली दाल का दान और गरीबों को भोजन कराना भी शुभ माना जाता है।