Cute Aggression: A Scientific Fact: बच्चों या फिर बहुत प्यारी चीज़ों को काटने से एक सामान्य और वास्तविक मनोवैज्ञानिक घटना है, जिसे आमतौर पर “क्यूट अग्रेशन” (Cute Aggression) भी कहा जाता है. इसे मन में किसी तरह का कोई नुकसान पहुंचाने की इच्छा नहीं कहते हैं, बल्कि अत्यधिक सकारात्मक भावनाओं (Extremely Positive Emotions) से निपटने के लिए मस्तिष्क का एक तंत्र (System of the brain) कहा जा सकता है.
क्यूट अग्रेशन: एक वैज्ञानिक तथ्य:
दरअसल क्यूट अग्रेशन को वैज्ञानिक रूप से “द्विरूपी भावनात्मक अभिव्यक्ति” (Dimorphous Emotional Expression) के रूप में भी जाना जाता है. यह एक ऐसी स्थिति है जहां कोई व्यक्ति एक ही समय में विपरीत भावनाओं को व्यक्त करने की कोशिश करता है.
भावनात्मक संतुलन का तरीका:
क्यूट अग्रेशन मुख्य रूप से भावनात्मक संतुलन बनाने का एक तरीका होता है. जब हम किसी बच्चे, बिल्ली के बच्चे, या किसी अन्य चीज़ में अत्यधिक क्यूटनेस देखते हैं, तो हमारा मस्तिष्क से जुड़ी तीव्रखुशी भावनाओं से पूरी तरह से भर जाता है.
कैसे होती है संतुलन की प्रतिक्रिया:
वैज्ञानिक के अनुसार, इन तीव्र भावनाओं को बेकाबू होने से रोकने के लिए तंत्रिका तंत्र जिससे (Nervous System) कहा जाता है, थोड़ी सी आक्रामक अभिव्यक्ति (जैसे दांत पीसना, मुट्ठी भींचना या काटने की इच्छा) उत्पन्न करता है. यह एक तरह का “सेफ्टी वाल्व” है जो हमें भावनाओं के अतिप्रवाह (Overload) से बचाता है और हमारे भावनात्मक स्तर को संतुलित करने में हमारी पूरी तरह से मदद भी करता है.
एक सिद्धांत यह भी है कि यह व्यवहार एक विकासवादी उद्देश्य को पूरा करने में हमारी मदद करता है. यदि कोई शिशु और बच्चा इतना प्यारा हो कि हम केवल लाड़-प्यार में डूब जाएं, तो उसकी देखभाल करना बेहद ही मुश्किल हो जाता है. यह समझना हम सभी के लिए बेहद ज़रूरी है कि क्यूट अग्रेशन केवल एक तरह का भावनात्मक अभिव्यक्ति है, न कि नुकसान पहुंचाने की कोई मंशा.