सुजालपुर से पुरषोत्तम की रिपोर्ट, Sujalpur: फ्रीगंज इलाके में रविवार को लोगों ने गड्ढों से भरे नेशनल हाईवे 752 सी पर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। आक्रोशित ग्रामीणों व शहरवासियों ने सांकेतिक अर्थी बनाकर सड़क पर ही हाईवे की चिता सजाई और गड्ढों पर विलाप कर सरकार व प्रशासन की बेरुखी पर रोष जताया।
बारिश के चलते गड्ढों में पानी भर जाता है
आष्टा से पचोर को जोड़ने वाले इस हाइवे पर बड़े-बड़े गड्ढे हादसों को न्योता दे रहे हैं। बारिश के चलते गड्ढों में पानी भर जाता है और गुजरने वाले वाहनों से कीचड़ उड़कर सड़क किनारे बने गणेश पंडालों और श्रद्धालुओं तक पहुंच रहा है। सड़क पर गिरकर घायल हुए लोग भी इस अनूठे विरोध में शामिल हुए।
इंदर सिंह परमार का काफिला फंसा
जाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहे उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का काफिला भी फंस गया। मजबूरन उन्हें वैकल्पिक मार्ग से निकलना पड़ा। वहीं नेत्र शिविर के 35 मरीजों व बुजुर्गों से भरी एंबुलेंस भी जाम में अटक गई।
जाम ने बड़ी परेशानी खड़ी करी
एम्बुलेंस चालक राकेश ने बताया, “आधे घंटे तक जाम में फंसे रहे। 35 बुजुर्ग मरीजों को लेकर आष्टा जा रहे थे, लेकिन सड़क की हालत और जाम ने बड़ी परेशानी खड़ी कर दी।”इसी सड़क पर हादसे में घायल हुए विकास सूर्यवंशी भी विरोध में शामिल हुए। हाथ पर प्लास्टर बांधकर वे प्रदर्शन में खड़े रहे और बोले, “मैं खुद इन गड्ढों में गिरकर चोटिल हुआ हूं। इसलिए अफसरों को दिखाना चाहता हूं कि आखिर सड़क की बदहाली से लोग किस हाल में पहुंच रहे हैं।”
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स्थिति संभालने की कोशिश की
करीब एक किलोमीटर लंबा जाम लगने के बाद भी मौके पर कोई जिम्मेदार अफसर नहीं पहुंचा। केवल मंडी थाना पुलिस बल ने स्थिति संभालने की कोशिश की, लेकिन आक्रोशित लोग सड़क की तत्काल मरम्मत की मांग पर अड़े रहे।
विभाग ने ध्यान नहीं दिया
लोगों का कहना है कि वर्षों से यह सड़क बदहाल है। शिकायतों के बाद भी जिम्मेदार विभाग ने ध्यान नहीं दिया। अब गड्ढों से हादसों में लगातार लोग घायल हो रहे हैं। इसी आक्रोश ने लोगों को ‘हाईवे की चिता’ सजाकर अनूठा विरोध करने पर मजबूर किया।
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