Hirsutism: बीते कुछ सालों में महिलाओं में दाढ़ी और मूंछे उगने की समस्या काफी ज्यादा देखने को मिल रही है. लोगों को मुताबिक, पार्लर में फेशियल या कॉस्मेटिक काम करने के कारण ये समस्या हो रही है, यह एक आम बात है. हालांकि, यह कोई आम बात नहीं बल्कि चिंता का विषय है. महिलाओं में दाढ़ी-मूंछें उगने की इस समस्या को हिर्सुटिज़म कहते हैं. जिसके कारण महिलाओं की गर्दन और चेहरे पर काफी ज्यादा बाल उगते हैं. यह समस्या ज्यादातर पुरुषों में देखने को मिलती है. हालांकि, कुछ सालों से ये समस्या महिलाओं में काफी ज्यादा देखने को मिल रही है. यह एक मेडिकल दिक्कत की तरफ भी इशारा कर रही है.
क्यों होता है Hirsutism?
- एंड्रोजेन हार्मोन: महिलाओं के शरीर में एंड्रोजेन हार्मोन काफी ज्यादा होता है. जिसके कारण बालों की जड़ों को मोटे और काले बाल उगाने के लिए उत्तेजित करता है.
- पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS): भारत में PCOS 10-20% महिलाओं को प्रभावित करता है.
- एड्रिनल ग्लैंड: एड्रिनल ग्लैंड की समस्या या ट्यूमर का खतरा भी हो सकता है. ज्यादा दवाई खाने के कारण कई तरह की दिक्कत हो सकती है.
मानसिक स्थिति पर पड़ता है असर
अधिकतर लोगों का मानना है कि कॉस्मेटिक या सौंदर्य के कारण चेहरे पर काफी ज्यादा बाल उगते हैं. हालांकि मेडिकल में कहा जा रहा है कि अगर किसी को भी इस तरह की समस्या होती है, तो वह किसी स्वास्थ्य समस्या की तरफ इशारा करता है. हिर्सुटिज़म के कारण महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर सीधा असर पड़ता है. इसके कारण महिलाओं में आत्म सम्मान की कमी, चिंता या अवसाद का कारण हो सकता है.
आखिर क्यों बढ़ रहे PCOS के मामले?
महिलाओं में PCOS के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पिछले 10 सालों में मोटापा, तनाव, खराब डाइट और सेडेंटरी लाइफस्टाइल के कारण यह खतरा बढ़ता जा रहा है. सोशल मीडिया और डॉक्टर्स से ज्यादा महिलाएं रिपोर्ट कर रही हैं. इसके कारण अनियमित पीरियड्स, मुंहासे के साथ चेहरे के बाल की समस्या होने लगती है.
रूसी WHO डॉक्टर की चेतावनी क्यों?
रूसी WHO से जुड़ी डॉक्टर ने इस मामले में चेतावनी भी जारी कर दी है. WHO से जुड़ी डॉक्टर ने कहा कि “चेहरे पर बाल आपके शरीर के भीतर हार्मोनल युद्ध की तरफ इशारा करते हैं. तनाव और इंसुलिन रेसिस्टेंस ओवरी को यह टेस्टोस्टेरोन की फैक्ट्री बना रहे हैं. यह कोई मामूली समस्या नहीं है. बल्कि PCOS और एड्रिनल समस्या की चेतावनी है. यह आपके शरीर को बीमारी का घर बना देगी. अगर आपकों भी इस समस्या से जुड़े संकेत देखने को मिल रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं: ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड. लाखों महिलाएं इससे गुजर रही हैं, आपको सतर्क रहने की जरुरत है.