Lifestyle Tips: आजकल ज्यादातर लोग सोने से पहले घंटों तक स्मार्टफोन पर स्क्रॉल करते रहते हैं। यह आदत धीरे-धीरे नींद की सबसे बड़ी दुश्मन बन चुकी है। रिसर्च बताती है कि मोबाइल की स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट सीधे हमारी नींद को प्रभावित करती है। जब हम देर रात फोन देखते हैं, तो दिमाग को लगता है कि अभी दिन है और शरीर में नींद लाने वाला हॉर्मोन मेलाटोनिन कम बनने लगता है। नतीजा यह होता है कि नींद आने में देर लगती है और सुबह उठने पर थकान बनी रहती है।
नींद पूरी न होने से शरीर पर कई तरह के नकारात्मक असर पड़ते हैं। सबसे पहले ध्यान और एकाग्रता पर फर्क दिखता है। दिनभर आलस और चिड़चिड़ापन बना रहता है। लंबे समय तक यह समस्या जारी रहे तो मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। इस वजह से तनाव, एंग्जायटी और डिप्रेशन का खतरा बढ़ सकता है।
फोन में इस्तेमाल करें ये फिल्टर
अगर आप चाहते हैं कि आपकी नींद खराब न हो, तो कुछ आसान उपाय अपना सकते हैं। सबसे पहले कोशिश करें कि सोने से कम से कम एक घंटा पहले मोबाइल का इस्तेमाल बंद कर दें। रात में फोन पर ‘ब्लू लाइट फिल्टर’ या ‘नाइट मोड’ जरूर ऑन करें। फोन को तकिये के पास रखने की बजाय थोड़ा दूर रखें, ताकि बार-बार नोटिफिकेशन देखने की आदत न बने। बेहतर होगा कि रात के समय अलार्म के लिए भी डिजिटल घड़ी का इस्तेमाल करें।
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सोने से पहले करें ये काम
सोने से पहले हल्की किताब पढ़ना, ध्यान करना या रिलैक्सिंग म्यूजिक सुनना भी नींद लाने में मदद कर सकता है। तकनीक का इस्तेमाल जरूरी है, लेकिन इस पर कंट्रोल रखना और सही समय पर ब्रेक लेना आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। अच्छी नींद न सिर्फ शरीर को आराम देती है, बल्कि अगले दिन को भी ऊर्जावान और खुशहाल बनाती है।
Disclaimer: इनखबर इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

