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6 सेकंड का किस, क्या आप जानते हैं इसका असली असर?

Kiss For Six Seconds: 6 सेकेंड का किस सच में रिश्ते में बॉन्डिंग बढ़ाता है? जानिए एक किस कितनी देर तक की जाती है. साथ ही, इसके फायदे और रिश्ते की इंटिमेसी पर इसका क्या असर होता है.

By: Shraddha Pandey | Published: October 13, 2025 9:04:26 PM IST



Romantic Kiss Benefits: किस की आदत सिर्फ रोमांस का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह रिश्ते में इंटिमेसी और भरोसे को भी मजबूत करती है. कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि एक आइडियल किस कम से कम छह सेकंड लंबा होना चाहिए. इतने समय का किस बॉन्डिंग हार्मोन ऑक्सीटॉसिन को रिलीज करने में मदद करता है, जो प्यार, भरोसे और घनिष्ठता बढ़ाता है.

छह सेकंड का किस वास्तव में ऑक्सीटॉसिन रिलीज करता है. जब आप अपने पार्टनर के साथ इस तरह का मतलब भरा किस करते हैं, तो आपका दिमाग ‘फील-गुड’ केमिकल्स छोड़ता है, जिससे रिश्ते में करीबियत और सुरक्षा महसूस होती है.

6 सेकेंड का किस क्या काम करता है?

छह सेकंड का किस रोजमर्रा की भाग-दौड़ से एक छोटी सी ब्रेक है. “एक जल्दी वाला पलक झपकाते किस या टेढ़ा-मेढ़ा किस उतना असर नहीं करता, क्योंकि दिमाग को केमिकल रिलीज करने का समय नहीं मिलता. ऑक्सीटॉसिन वही हार्मोन है जो हग, कडलिंग, बच्चे के जन्म और स्तनपान के दौरान भी रिलीज होता है और रिश्तों में बॉन्डिंग बढ़ाता है.

किस करने का तरीका

रिलेशनशिप में किस का ड्यूरेशन अहम है, लेकिन यही सब कुछ नहीं. छह सेकंड का किस एक तरीका है यह सुनिश्चित करने का कि आप सिर्फ दिखावे के लिए नहीं बल्कि दिल से किस कर रहे हैं. लंबे, रोमांटिक किस रिश्ते में प्यार और इमोशनल कनेक्शन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.

छोटी-छोटी चीजें मायने रखती हैं

हालांकि, हर कपल और स्थिति में आदर्श समय अलग हो सकता है. कभी लंबे किस की जरूरत होती है, कभी छोटे और बार-बार किस करना बेहतर होता है. इंटेंशन और भावना सबसे ज्यादा मायने रखती है. साथ ही, यह ध्यान रखना जरूरी है कि किस को टाइमिंग के हिसाब से फोर्स करना तनाव पैदा कर सकता है. किसिंग नेचुरल और स्पॉन्टेनियस होनी चाहिए. जब आप सेकंड्स गिनने लगते हैं, तो आप पल में नहीं रहते और रोमांस खत्म हो जाता है. असली बात है भावना और कनेक्शन.

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