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क्या आपकी नींद का टाइमटेबल आपकी एज से मेल खा रहा है? जानें कितने घंटे सोना है जरुरी

हर उम्र के इंसान को अपनी बॉडी और हेल्थ के हिसाब से ही नींद लेनी चाहिए तो आईए जानते हैं कि अलग-अलग उम्र के लिए के लोगों के लिए कितने घंटे की  नींद लेना जरूरी है।

By: Anuradha Kashyap | Last Updated: August 25, 2025 12:22:54 PM IST



बिजी लाइफस्टाइल के चक्कर में अक्सर लोग अपनी नींद पूरी तरीके से ले नहीं पाते हैं, जो कि हमारे सेहत और दिमाग पर असर डालती है। अगर हम अच्छी नींद नहीं लेते हैं तो हम पूरे दिन थके थके महसूस करते हैं और हार्मोनल इंबैलेंस हो जाते हैं वही दूसरी तरफ दिमाग की एक्टिविटी को बनाए रखने के लिए हमें अच्छी और पर्याप्त मात्रा में नींद लेना काफी जरूरी होता है।  लेकिन हर उम्र के इंसान को अपनी बॉडी और हेल्थ के हिसाब से ही नींद लेनी चाहिए तो आईए जानते हैं कि अलग-अलग उम्र के लिए के लोगों के लिए कितने घंटे की  नींद लेना जरूरी है। 

बच्चों और किशोरों के लिए नींद होती है बेहद जरूरी

अक्सर छोटे बच्चे और टीनएजर्स के लिए नींद सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट मानी जाती है। जो बच्चे छोटे होते हैं उन्हें दिन में लगभग 14 से 17 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए क्योंकि उस दौरान उनका शरीर और दिमाग काफी तेजी से बढ़ रहा होता है।  वही स्कूल जाने वाले बच्चों को कम से कम 9 से 11 घंटे की नींद चाहिए होती है वहीं अगर हम लोग किशोर यानी 14 से 17 साल के बच्चों की बात करें तो उन्हें 8 से 10 घंटे तक सोना काफी ज्यादा जरूरी होता है।  अगर इस उम्र में नींद अच्छी और पर्याप्त मात्रा में ना मिले तो बच्चों का ध्यान पढ़ाई में नहीं लगता और वह चिड़चिड़े हो जाते हैं। 

युवाओं के लिए नींद और प्रोडक्टिविटी के बीच में होता है कनेक्शन

18 से 30 साल की उम्र वाले लोग काफी ज्यादा एक्टिव होते हैं और इस पीरियड को एक्टिव पीरियड भी माना जाता है लेकिन इसी उम्र में लोग काम पढ़ाई और बिजी लाइफस्टाइल के चक्कर में नींद कम कर देते हैं ऐसे एज ग्रुप को लगभग 7 से 9 घंटे तक सोना जरूरी होता है। अगर आप अपनी नींद पूरी नहीं करेंगे तो आप किसी भी काम पर फोकस नहीं कर पाएंगे और  बॉडी में काफी ज्यादा कमजोरी देखने को मिलेगी। सोने से पहले मोबाइल चलाना नींद का सबसे बड़ा दुश्मन हो सकता है अगर आप पर्याप्त मात्रा में नींद लेते हैं तो यह आपकी मेमोरी शार्प होती है और इम्यूनिटी भी स्ट्रांग बनती है। 

बुजुर्गों के लिए सुकून भरी नींद लेना होता है बेहद जरूरी

जिन लोगों की उम्र 60 साल से ऊपर हो चुकी है उनकी नींद का पैटर्न अचानक से बदल जाता है।  बुजुर्गों को अक्सर 6 से 8 घंटे की नींद की जरूरत होती है लेकिन इस एज में आकर नींद अचानक और बार-बार टूटने लगती है, जिसके कारण शरीर में काफी थकावट हो जाती  है और दिमाग के अंदर बहुत सारी कन्फ्यूजन बढ़ जाती है। इस उम्र में अगर बुजुर्गों की नींद में खलल पड़ जाए है तो उनकी इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है और बुजुर्गों को दिन में थोड़ी बहुत सोने की आदत डालनी चाहिए और रात को सोने से पहले टीवी या मोबाइल से दूरी बनानी चाहिए। 

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है

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