Dhanteras Health Benefits: धनतेरस के दिन लोग सोना-चांदी, बर्तन या झाड़ू-धनिया खरीदना शुभ मानते हैं. आमतौर पर हम इसे धार्मिक परंपरा से जोड़ते हैं, लेकिन इसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी छिपे हैं. ये दोनों चीजें न सिर्फ शुभ मानी जाती हैं, बल्कि सेहत और पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद हैं.
धनिया खरीदने के पीछे वैज्ञानिक कारण
धनिया (Coriander) भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है. इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं.
• पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है: धनिया पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है. यह पाचन क्रिया को बेहतर करता है और गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं को कम करता है.
• एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण: धनिया में प्राकृतिक रूप से ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में सूजन को कम करते हैं और बैक्टीरिया से लड़ते हैं. इसलिए इसे सेहत के लिए शुभ माना जाता है.
• पर्यावरणीय लाभ: धनिया के पौधे वातावरण में ऑक्सीजन बढ़ाने और हवा को शुद्ध करने में मदद करते हैं. इसलिए धनतेरस पर धनिया खरीदना एक तरह से पर्यावरण के प्रति सम्मान का प्रतीक भी है.
झाड़ू खरीदने के पीछे वैज्ञानिक कारण
धनतेरस पर झाड़ू खरीदने की परंपरा भी बहुत पुरानी है. धार्मिक मान्यता के अनुसार यह मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का प्रतीक है, लेकिन इसके पीछे वैज्ञानिक वजहें भी हैं.
• सफाई से स्वास्थ्य लाभ: झाड़ू का सीधा संबंध स्वच्छता से है. साफ-सफाई रखने से न सिर्फ बीमारियां दूर रहती हैं बल्कि मानसिक शांति भी मिलती है.
• सांस संबंधी समस्याओं में राहत: जब घर धूल-मिट्टी से मुक्त रहता है, तो हवा साफ रहती है और सांस से जुड़ी परेशानियाँ कम होती हैं.
• तनाव कम करती है: सफाई करने से व्यक्ति का मन हल्का होता है, जिससे तनाव घटता है.
• पर्यावरण-अनुकूल: पारंपरिक झाड़ू बायोडिग्रेडेबल होती है, यानी ये पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाती.
धनतेरस पर धनिया और झाड़ू खरीदना सिर्फ एक धार्मिक रिवाज नहीं, बल्कि सेहत, स्वच्छता और पर्यावरण के प्रति जागरूकता का प्रतीक भी है. इसलिए, इस साल जब आप खरीदारी करें, तो इस परंपरा के पीछे छिपे इन वैज्ञानिक कारणों को जरूर याद रखें.