Moradabad Crime news: मुरादाबाद के भोजपुर इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक मस्जिद के मौलाना की पत्नी को अश्लील वीडियो बनाने की धमकी देकर न केवल बलात्कार किया गया, बल्कि उसे कई दिनों तक बंधक बनाकर प्रताड़ित भी किया गया। इस मामले में पीड़िता ने बदायूं के एक युवक और उसके भाई पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यह घटना न केवल सामाजिक नैतिकता पर सवाल उठाती है, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंताएँ पैदा करती है।
पीड़िता ने बताई अपनी आपबीती
मुरादाबाद के एक गाँव की रहने वाली पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी भोजपुर इलाके के एक युवक से हुई थी। साल 2021 में उसका पति बदायूं ज़िले की एक मस्जिद में इमामत करने गया था और कुछ समय बाद वह भी उसके साथ वहीं रहने चली गई। उसके पति की पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति से जान-पहचान थी, हालाँकि उस व्यक्ति के बेटे की पीड़िता पर गलत नज़र रहने लगी। एक दिन उसने चुपके से नहाते समय पीड़िता का अश्लील वीडियो बना लिया। इस वीडियो को हथियार बनाकर उसने पीड़िता को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
दिल्ली बुलाकर की दरिंदगी
आरोपी ने पीड़िता को वीडियो डिलीट करने का लालच देकर 1 मई को दिल्ली बुलाया। वहाँ उसने उसे धमकाकर उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद, वह उसे डरा-धमकाकर अपने गाँव ले गया, जहाँ उसने उसे कई दिनों तक घर में बंधक बनाकर रखा। इस दौरान, न केवल आरोपी ने, बल्कि उसके भाई ने भी पीड़िता के साथ कई बार बलात्कार किया। पीड़िता ने बताया कि विरोध करने पर उसे और उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दी गई।
पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया
23 मई को पीड़िता ने किसी तरह अपने पति से संपर्क किया और पूरी घटना की जानकारी दी। पति और ससुराल वाले तुरंत पहुँचे और उसे बंधक स्थिति से मुक्त कराया। पीड़िता ने मंगलवार को मुरादाबाद के एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह को शिकायती पत्र दिया। एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जाँच के आदेश दिए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जाँच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
महिला सुरक्षा पर सवाल
यह घटना समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान पर कई सवाल खड़े करती है। ब्लैकमेलिंग और डिजिटल तकनीक का दुरुपयोग अपराधियों के लिए हथियार बनते जा रहे हैं। ऐसी घटनाएँ न केवल पीड़िता के जीवन को प्रभावित करती हैं, बल्कि पूरे समाज में भय और असुरक्षा का माहौल भी पैदा करती हैं। पुलिस और प्रशासन से अपेक्षा है कि वे इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई करें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।