Vice President Election: एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है। अब विपक्षी उम्मीदवार की बारी है। एनडीए उम्मीदवार की घोषणा के बाद इंडिया ब्लॉक के प्रत्याशी को लेकर चर्चा तेज़ हो गई है। इस बीच, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इंडिया ब्लॉक राज्यसभा सांसद तिरुचि शिवा को उपराष्ट्रपति पद का कैंडिडेट बना सकता है। सबसे खास बात तो यह है कि तिरुचि शिवा भी तमिलनाडु से हैं। सीपी राधाकृष्णन उसी जगह से हैं जहाँ से एनडीए ने अपने उम्मीदवार की घोषणा की है। अगर ऐसा होता है, तो यह तय है कि देश का अगला उपराष्ट्रपति दक्षिण भारत से होगा।
आपको बता दें कि तिरुचि शिवा तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी डीएमके के राज्यसभा सांसद हैं। तिरुचि शिवा डीएमके के वरिष्ठ नेता हैं। उन्हें डीएमके का एक अहम रणनीतिकार माना जाता है।
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के लिहाज से भी अहम
तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। एनडीए द्वारा सीपी राधाकृष्णन का नाम आगे करने के पीछे इस चुनाव को भी एक बड़ी वजह बताया जा रहा है। तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में भाजपा सीपी राधाकृष्णन को भुनाएगी। ऐसे में विपक्षी खेमा तमिलनाडु के वरिष्ठ नेता पर भी दांव लगा सकता है। तिरुचि शिवा लंबे समय से दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हैं।
तिरुचि शिवा दिल्ली में डीएमके की नीतियाँ तय करते रहे हैं
वह दिल्ली में डीएमके की नीतियाँ तय करते हैं। संसद में पार्टी का रुख क्या होगा? यह भी वही तय करते हैं। वह लंबे समय से राज्य और केंद्र, दोनों स्तरों पर पार्टी का रणनीतिक चेहरा रहे हैं। केंद्र और राज्य स्तर पर कई महत्वपूर्ण समितियों और विषयों पर उनकी भूमिका रही है। तिरुचि शिवा को उम्मीदवार के रूप में चुनने से विपक्ष को क्षेत्रीय राजनीति की जटिलताओं से निपटने में मदद मिल सकती है।
तिरुचि शिवा ने सामाजिक न्याय, राज्यों के हितों पर काम किया है
तिरुचि शिवा ने सामाजिक न्याय, राज्यों के हितों और संघीय व्यवस्था पर काफी काम किया है। अगर इंडिया अलायंस तिरुचि शिवा के नाम की घोषणा करता है, तो यह स्पष्ट संदेश है कि विपक्ष तमिलनाडु की ज़मीन को खाली नहीं छोड़ना चाहता। ऐसे में उपराष्ट्रपति चुनाव अगले साल होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल हो सकता है।

