Uttarkashi cloudburst: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। दरअसल, धराली गांव में अचानक बादल फटने से खीरगाड़ का जलस्तर अचानक से बढ़ गया। पहाड़ से भारी मलबा बहकर धराली कस्बे की ओर आ गया, जिसकी चपेट में कई घर आ गए। देखते ही देखते तबाही का माहौल बन गया।
इस प्राकृतिक आपदा का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है। वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि कैसे सिर्फ़ 20 सेकंड में तबाही का मंज़र बन गया। लोग डर के मारे चीखते-चिल्लाते नज़र आए। अचानक आई इस आपदा ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया।
वीडियो देखें
This afternoon a massive cloudburst resulting in this flood washing away buildings & lives in Uttarkashi.
Prayers for minimal losses to life & homes of all those affected.We don’t learn…even after disaster on disaster we continue to encroach on nature#uttarkashicloudburst pic.twitter.com/CtI23m88YH
— Adil Nargolwala (@adilnargolwala) August 5, 2025
इस घटना में लगभग 60 लोगों के लापता होने की आशंका है। मलबा और बाढ़ का पानी कई घरों और होटलों में घुस गया, जिससे भारी नुकसान हुआ है। पानी के साथ मलबे ने धराली बाज़ार क्षेत्र की कई दुकानों को भी नुकसान पहुँचाया। स्थानीय लोग अपने परिजनों की तलाश में परेशान दिख रहे हैं।
The wave of mud and water gushing after a cloud burst swallowed a complete village #uttarkashi #cloudburst pic.twitter.com/jBocZuh8nw
— Utkarsh Singh (@utkarshs88) August 5, 2025
घटना की सूचना प्रशासन तक पहुँचते ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। भटवाड़ी से एसडीआरएफ की टीम तुरंत धराली के लिए रवाना हो गई। इसके अलावा स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुँच गए। बचाव दल ने सबसे पहले फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने का काम शुरू किया।
पुलिस ने की यह अपील
उत्तरकाशी पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर लोगों से सतर्क रहने की अपील की। X पर पोस्ट किया गया कि खीरगाड़ का जलस्तर बढ़ने से धराली में नुकसान की सूचना मिली है और एसडीआरएफ व सेना मौके पर मौजूद हैं। पुलिस ने स्थानीय लोगों से नदी-नालों के पास न जाने और अपने बच्चों व मवेशियों को सुरक्षित दूरी पर रखने का आग्रह किया।
बाढ़ के पानी और मलबे ने धराली बाज़ार इलाके में भारी नुकसान पहुँचाया है। कई दुकानों में पानी घुस गया और सारा सामान बर्बाद हो गया। सड़कें और रास्ते मलबे से भर गए हैं, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है। स्थानीय व्यापारियों को लाखों रुपये का नुकसान होने की आशंका है।