Home > देश > Janmashtami 2025: चारों तरफ ‘श्रीकृष्ण’ और ‘हरे राम हरे कृष्ण’ के जयकारे, कानपुर में मची जन्माष्टमी की धूम, मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

Janmashtami 2025: चारों तरफ ‘श्रीकृष्ण’ और ‘हरे राम हरे कृष्ण’ के जयकारे, कानपुर में मची जन्माष्टमी की धूम, मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

Janmashtami 2025: कानपुर में जन्माष्टमी का पर्व इस वर्ष भी आस्था और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। शहर के प्रमुख मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण की झांकियां, भव्य सजावट और विशेष पूजा-अर्चना के आयोजन किए गए।

By: Srishti Sharma | Published: August 17, 2025 11:35:17 AM IST



ज़ेबा की रिपोर्ट, Janmashtami 2025: कानपुर में जन्माष्टमी का पर्व इस वर्ष भी आस्था और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। शहर के प्रमुख मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण की झांकियां, भव्य सजावट और विशेष पूजा-अर्चना के आयोजन किए गए। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिरों में उमड़ पड़ी और देर रात तक भक्तिमय माहौल बना रहा।

108 विशेष कलश से हुआ अभिषेक

16 अगस्त की रात को कानपुर स्थित श्री राधा माधव मंदिर में भगवान का अभिषेक 108 विशेष कलशों से किया गया। सुबह से ही भक्तों ने शंख, चांदी और पीतल के कलशों से जलाभिषेक कर भगवान को अर्पित किया। रात 10 बजे से शुरू होकर 12 बजे तक चले इस महाअभिषेक में सैकड़ों भक्त शामिल हुए। मंदिर परिसर में 1008 भोग भी अर्पित किए गए।

सनातन धर्म मंदिर में झांकियों का प्रदर्शन

कौशलपुरी स्थित सनातन धर्म मंदिर में 16 से 20 अगस्त तक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पारंपरिक झांकियों का आयोजन किया जा रहा है। यहां भगवान की माखन चोरी, कालिया नाग दमन, कंस वध और रासलीला जैसी लीलाओं का जीवंत प्रदर्शन किया जा रहा है। ये झांकियां वर्ष 1960 से लगातार सजाई जा रही हैं। इस बार इन्हें आतंकवाद पर भारत की जीत के संदेश के साथ विशेष रूप से तैयार किया गया है।

जेके मंदिर में चार धाम के दर्शन

जेके मंदिर में श्रद्धालुओं को इस बार विशेष सुविधा दी गई। जन्माष्टमी पर भक्तों ने एक ही स्थान पर चार धाम—सोमनाथ, रामेश्वरम, द्वारका और बद्रीनाथ—के दर्शन किए। 12 अगस्त से 21 अगस्त तक यहां चलने वाले महोत्सव में रोजाना सांस्कृतिक और आध्यात्मिक कार्यक्रम हो रहे हैं। मंदिर को आकर्षक लाइटिंग से सजाया गया, जिसकी भव्यता ने भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस्कॉन मंदिर में हरि नाम संकीर्तन

इस्कॉन मंदिर में पूरे दिन हरे कृष्ण महामंत्र और भक्ति गीतों का संकीर्तन चलता रहा। करीब 20 विशेष झांकियां बनाई गईं, जिनमें भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का आकर्षक चित्रण किया गया। यहां पर वृंदावन से आई संकीर्तन मंडली ने भक्तों को भावविभोर कर दिया। जन्माष्टमी पर कानपुर के सभी मंदिरों में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। जेके मंदिर और इस्कॉन मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ रही।

हर तरफ ‘जय श्रीकृष्ण’ और ‘हरे राम हरे कृष्ण’ के जयकारे

लोग घंटों कतार में खड़े होकर भगवान राधा-कृष्ण के दर्शन करते रहे। मंदिरों के भीतर और बाहर हर तरफ ‘जय श्रीकृष्ण’ और ‘हरे राम हरे कृष्ण’ के जयकारे गूंजते रहे। जन्माष्टमी पर्व ने कानपुर को भक्ति और आस्था की एक अद्भुत छटा से भर दिया। मंदिरों में भजन-कीर्तन, प्रवचन, प्रसाद वितरण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने भक्तों को प्रभु श्रीकृष्ण के दिव्य प्रेम और लीलाओं में डूबो दिया।

Advertisement