अवनीश तिवारी की रिपोर्ट, Uttar Pradesh News: चंदौली में अलीनगर थाने के पास की सड़क पर अचानक उत्पन्न तनाव ने तांडव का रूप ले लिया, जब दो पक्षों के मध्य झगड़ा शुरू हुआ। यह घटना उस समय हुई, जब एक वैगनआर कार और बाइक चालक के बीच हल्की टक्कर हुई। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच लात-घूसों की बौछार शुरू हो गई, जो लगभग 10 मिनट तक चलती रही।
पुलिस को आते देख भाग गए हमलावर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद बाइक सवार ने कार चालक से कुछ कहासुनी की, जो बेहद जल्दी हाथापाई में बदल गई। इस घटना के दौरान सड़क पर मोटर साइकिल और कार दोनों के चालक और उनके साथियों ने एक-दूसरे पर लात-घूसे बरसाए। इस दौरान चारों ओर अफरा-तफरी मच गई और लोग इसे देखने के लिए इकट्ठा हो गए, जबकि पुलिस का आना देखते ही हमलावर भाग खड़े हुए। यह घटनाक्रम अलीनगर थाने के समीप हुआ, जहां हाल में ही चंदौली पुलिस लाइन् में क्राइम कंट्रोल के लिए स्मार्ट कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया गया था।
वह स्मार्ट कंट्रोल रूम के स्क्रीन पर दिखाई नहीं दी मारपीट
घटनास्थल पर जो मारपीट हो रही थी, वह स्मार्ट कंट्रोल रूम के स्क्रीन पर दिखाई नहीं दी होगी, तभी तो पुलिस समय पर नहीं पहुँच पाई, जिससे स्थानीय लोगों में सवाल उठने लगे कि आखिर इस तकनीकी व्यवस्था का फायदा क्या है। स्मार्ट कंट्रोल रूम का उद्घाटन करने पहुंचे ADG पियुष मॉर्डिंया ने हाल ही में इस योजना के उद्देश्य को स्पष्ट किया था, जो कि अपराध नियंत्रण और त्वरित कार्रवाई को सुनिश्चित करना है। लेकिन इस मारपीट की घटना ने पुलिस प्रशासन के दावों की पोल खोल दी है।
स्थानीय निवासियों का अनुरोध सख्त कदम उठाने की जरुरत है
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए, जिससे लोगों ने सवाल उठाया कि क्या पुलिस ऐसी घटनाओं को रोकने में सक्षम है। घटना के बाद, जब पुलिस मौके पर पहुंची, तमाशबीनों में हलचल मच गई और अधिकांश लोग मौके से भागने लगे। स्थानीय निवासियों ने इस तरह की सड़क पर खुलेआम बढ़ती हिंसा पर चिंता जताई है और अनुरोध किया है, कि प्रशासन को इस दिशा में सख्त कदम उठाने की जरुरत है।
क्या पुलिस का डर खत्म हो गया है
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या तकनीक का इस्तेमाल उन समस्याओं को हल कर पाएगा, जो अब भी समाज में व्याप्त हैं। अलीनगर थाना क्षेत्र की इस घटना को देखकर तो यही लग रहा कि पुलिस का इक़बाल समाप्त हो गया है, जो अपराधी बेलगाम हैं और पुलिस का कोई भय नहीं। चंदौली में लगातार बढ़ती घटनाओ का ही परिणाम रहा कि जिला CM डैशबोर्ड पर क़ानून व्यवस्था के मामले में चंदौली फिसड्डी शाबित हुआ और जुलाई में 66 वें पायदान पर पहुँच गया।
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