Malegaon Blast Case 2008: महाराष्ट्र में 17 साल पहले हए मालेगांव ब्लास्ट केस में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और कर्नल पुरोहित को बेरहमी से प्रताड़ित करने की बात पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी लीडर उमा भारती ने एक इंटरव्यू में बयान कीं।
17 साल पहले हुए मालेगांव धमाके में 6 लोगों की जान गई और 100 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस केस के आरंभ में 11 आरोपियों का नाम सामने आया हालांकि अंत में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर समेत 7 आरोपियों का नाम तय किया गया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री का बयान
बीजेपी लीडर उमा भारती ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बात-चीत करते हुए कहा, “मालेगांव ब्लास्ट केस का इस्तेमाल हिन्दू समाज का नाम खराब करने की बड़ी साज़िश थी। वो शायद भूल चुके थे कि ये न सिर्फ घरेलू सतह पर समस्या खड़ी कर सकती है ब्लकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम खराब करने का कारण बन सकती है. उनकी निगाहें सत्ता पर थीं जिसकी वजह से उन्होंने मनगढ़ंत कहानी बनाई और प्रज्ञा ठाकुर, कर्नल पुरोहित समेत अन्य लोगों को आरोपी ठहराया।”
मेरा संपर्क कर्नल पुरोहित से ज़्यादा नहीं था लेकिन मैंने उनकी पत्नी का टीवी पर इंटरव्यू देखा था जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके नाखून उखाड़ लिए गए थे. जबकि प्रज्ञा ठाकुर को इस तरह मारा गया की चलने के काबिल नहीं थीं। उनको 100 थप्पड़ मारे गए जिसकी वजह से उनके गाल काले पद गए थे और उस दौरान वो “ॐ” पढ़ रही थीं। जब उन्होंने पानी माँगा तो उन्हें कुछ और ही दे दिया था।”, भारती ने अपने कार्यकर्ता से हुई एक बात-चीत को दोहराते हुए कहा।
कोर्ट का हालिया फैसला
31 जुलाई को मुंबई के NIA कोर्ट ने सभी 7 आरोपियों को अभियोजन पक्ष के मामले को उचित संदेह से परे स्थापित न कर पाने पर निर्दोष ठहराया जो 2008 मालेगांव धमाके के केस में शामिल थे।