Home > देश > Surat Buisness Update: सूरत में हीरा उद्योग पर अमेरिकी टैरिफ का असर,उद्योग में गहराएगा संकट

Surat Buisness Update: सूरत में हीरा उद्योग पर अमेरिकी टैरिफ का असर,उद्योग में गहराएगा संकट

Surat Buisness:अमेरिका द्वारा हीरों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा, अमेरिका के नए टैरिफ लागू होने के बाद ऑर्डर कम हो गए हैं

By: Ratna Pathak | Published: August 28, 2025 1:05:18 PM IST



गुजरात सूरत से सुनील प्रजापति की रिपोर्ट: दुनिया भर में अपने हीरा उद्योग के लिए मशहूर सूरत शहर एक बार फिर संकट के भंवर में फंस गया है। अमेरिका द्वारा हीरों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद, इसका सीधा असर सूरत के हीरा उद्योग पर दिखने लगा है।सूरत के कतारगाम इलाके में स्थित क्रिस डायम डायमंड जेम्स कंपनी ने अपने कई कारीगरों को अचानक नौकरी से निकाल दिया है। जानकारी के अनुसार, पिछले तीन दिनों में कंपनी के विभिन्न विभागों से लगभग 100 कारीगरों को नौकरी से निकाल दिया गया है।

विदेशी व्यापारियों के लिए जॉब वर्क

बुधवार को भारतीय आयात पर 50 प्रतिशत अमेरिकी टैरिफ लागू होने के बाद सूरत के हीरा उद्योग के हित धारकों का मानना ​​है कि अमेरिकी निर्णय से बाजार पर केवल कुछ समय के लिए ही असर पड़ेगा, क्योंकि भारत हीरा उत्पादन के 90 प्रतिशत हिस्से को नियंत्रित करता है।यह कंपनी विदेशी व्यापारियों के लिए जॉब वर्क पर काम करती थी।अमेरिका समेत कई देशों से हीरे के ऑर्डर आते थे और यहीं उनकी कटाई और पॉलिशिंग की जाती थी। लेकिन अमेरिका के नए टैरिफ लागू होने के बाद ऑर्डर कम हो गए हैं, जिससे कंपनी पर काम का बोझ कम हो गया है। नतीजतन, कारीगर बेरोजगार होने को मजबूर हो गए हैं।सूरत के हीरा उद्योग को दुनिया का केंद्र माना जाता है। 80 प्रतिशत से ज़्यादा हीरे की कटिंग और पॉलिशिंग यहीं होती है। हज़ारों कारीगर अपनी आजीविका के लिए इसी उद्योग पर निर्भर हैं। लेकिन अंतरराष्ट्रीय हालात, निर्यात बाजार में गिरावट और अब अमेरिकी टैरिफ जैसे फैसले सूरत के मजदूरों के जीवन पर सीधा असर डाल रहे हैं।

उद्योगपतियों में चिंता का माहौल

अमेरिका द्वारा हीरों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लागू करने से सूरत के उद्योगपतियों में चिंता का माहौल है। व्यापारियों का मानना ​​है कि अगर आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर और कम हुए तो रोजगार का बड़ा संकट पैदा हो सकता है। हाल ही में एक कंपनी ने करीब 100 कारीगरों की छंटनी की है, लेकिन अगर यही स्थिति रही तो कई अन्य कंपनियां भी ऐसा कदम उठा सकती हैं।कारीगरों की अचानक छंटनी से उनके परिवारों के लिए भी बड़ा आर्थिक संकट पैदा हो गया है। सूरत शहर में हीरा कारीगरों की संख्या लाखों में है, इसलिए ऐसे फैसलों का असर सिर्फ एक कंपनी तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे उद्योग पर पड़ेगा।फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं है कि अमेरिकी टैरिफ लागू होने के बाद सूरत के हीरा उद्योग पर असर शुरू हुआ है या नहीं, लेकिन मजदूरों की छंटनी की घटना ने उद्योग में अफरा-तफरी मचा दी है।

Advertisement