Chinna Tirupati Stampede News: आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के वेंकटेश्वर मंदिर में भगदड़ मचने से 1 बच्चे समेत 9 लोगों की मौत हो गई है. घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने कहा कि यह सरकारी मंदिर नही बल्कि एक निजी संपत्ति थी. यह भी कहा गया कि मंदिर प्रशासक ने मंदिर को इस घटना की सूचना नही दी थी.
अब मंदिर के मालिक और पुजारी हरि मुकुंद पांडा का एक बयान सामने आया है. उन्होंने प्रशासन को सूचित न करने के अपने फैसले को सही ठहराया है. समाचार चैनल से बात करते हुए पांडा ने कहा कि “मैंने अपनी निजी जमीन पर मंदिर बनवाया है. मैं पुलिस या प्रशासन को क्यों सूचित करूं?”
मंदिर का निर्माण 4 महीने पहले हुआ था
94 वर्षीय हरि मुकुंद पांडा भगवान वेंकटेश्वर के भक्त है. उन्होंने लगभग चार महीने पहले मंदिर का निर्माण पूरा किया था. यह मंदिर तिरुमला स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर की तर्ज पर बनाया गया है. स्थानीय लोग इसे मिनी तिरुपति या चिन्ना तिरुपति कहते है. मंदिर का निर्माण अभी पूरा नही हुआ है.
लेकिन उससे पहले एकादशी के दिन मंदिर में भीड़ जमा हो गई थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ. घटना के बाद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पांडा ने कहा कि “आप जितने चाहें उतने मामले दर्ज करा सकते है. मुझे कोई आपत्ति नहीं है.”
पांडा ने क्या कहा?
पांडा ने कहा “आमतौर पर मंदिर में बहुत कम लोग आते है. मैं किसी से कुछ नहीं लेता. मैं अपने पैसों से भोजन और प्रसाद तैयार करता हूं. लोग दर्शन के बाद प्रसाद ग्रहण करते है और चले जाते है. लेकिन एकादशी के दिन सुबह 9 बजे अचानक भीड़ बढ़ गई. हमने जो प्रसाद तैयार किया था, वह भी खत्म हो गया.” घटना के बाद से मंदिर बंद कर दिया गया है.