Ravidas Mehrotra: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधायक रविदास मेहरोत्रा (Ravidas Mehrotra) ने मंगलवार को कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी को ‘जननायक’ कहे जाने पर निशाना साधा और कहा कि इंडिया ब्लॉक सामूहिक रूप से तय करेगी कि यह कौन होना चाहिए. अखिलेश यादव का समर्थन करते हुए मेहरोत्रा ने गठबंधन सहयोगी पर निशाना साधा और इस बात को नकार दिया कि कोई भी पार्टी अपने नेता को ब्लॉक के फेस के रूप में आगे नहीं ला सकती.
मेहरोत्रा ने कही ये बात
मेहरोत्रा ने मीडिया से कहा कि “इंडिया ब्लॉक गठबंधन में शामिल सभी दल मिलकर फैसला लेंगे. किसी एक दल को अकेले फैसला लेने या अपना नेता घोषित करने का अधिकार नहीं है. हम बस इतना कह रहे हैं कि अखिलेश यादव जनता के नेता हैं.”
मचा राजनीतिक बवाल
यह बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार में आगामी चुनाव से पहले समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर की विरासत को लेकर राजनीतिक बवाल मचा हुआ है, जहां प्रमुख दल ‘जन नायक’ की उपाधि के इस्तेमाल को लेकर आपस में भिड़ रहे हैं. यह विवाद तब और बढ़ गया जब 24 अक्टूबर को समस्तीपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर कर्पूरी ठाकुर से जन नायक की उपाधि “चुराने” का प्रयास करने का आरोप लगाया.
अब वे (कांग्रेस) हमारे समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर से जन नायक की उपाधि छीनने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन बिहार की जनता ऐसा नहीं होने देगी और आगामी विधानसभा चुनावों में उन्हें करारा जवाब देगी.” प्रधानमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने अपनी पार्टी का बचाव करते हुए कहा कि राहुल गांधी को जनता के बीच उनके काम के लिए जनता ने यह उपाधि दी है.
राम ने आगे कहा, “लोकसभा में विपक्ष का नेता जन नायक है या नहीं, यह तय करना प्रधानमंत्री या भाजपा का काम नहीं है, क्योंकि जनता ने उन्हें यह उपाधि दी है.” उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा, “यह कर्पूरी ठाकुर जी की विरासत का अपमान है. कर्पूरी जी को ‘जन नायक’ बनाने वाले लोग थे, न कि सोशल मीडिया जिसने ज़मानत पर बाहर चल रहे कांग्रेस नेता को यह उपाधि दी.”
यह विवाद सार्वजनिक प्रदर्शनों की एक सीरीज के बाद हुआ है. सितंबर में सदाकत आश्रम स्थित राज्य कांग्रेस मुख्यालय के बाहर एक पोस्टर में राहुल गांधी को ‘जन नायक’ बताया गया था, जबकि राजद कार्यालय के बाहर एक पोस्टर में तेजस्वी प्रसाद यादव को बिहार का ‘नायक’ दिखाया गया था. राजद के पोस्टर में गांधी का नाम ख़ास तौर पर गायब था.