मफत लाल की रिपोर्ट, Rajasthan Jalore News: जालौर के भीनमाल में घुमंतू जाति के लोगों के घरों के ऊपर बुलडोजर चला कर घर से बेघर कर दिया गया करीब 80 घरों को तोड़ कर परिवारों को सड़क पर रहने को मजबूर कर दिया है| आज परिवार के छोटे छोटे बच्चों को परेशान होना पड़ रहा है लेकिन कोई भी इन परिवारों की सुध लेने वाला कोई नहीं है वैसे सरकार घुमंतू समाज के लोगों जमीन के पट्टे देने की बात कर रही है और कही जगह पर घुमंतू जाति के लोगों जमीन के पट्टे देने की प्रक्रिया चल रही हैं वहीं भीनमाल एसडीएम ने हाई कोर्ट आदेश को भी ताक पर रख कर परिवारों को बेघर कर दिया है|
लोग कैसे काटे रात
आज ऐसी स्थिति है कि लोग रात में सड़क किनारे सोने को मजबूर हैं रात में मच्छरों से परेशान होते हैं कही परिवारों में महिलाओं ने बच्चे को जन्म दिया है उसके लिए भी बहुत परेशानी हो रही है गरीब लोग आखिर अपनी पीड़ा किस को बताया। घरों के लाइट कनेक्शन को भी काट दिया है जो पिछले 50 सालों से रह रहे लोगों के घरों के बारे में एक मिनट भी सोचा नहीं । कही बार ज्ञापन दिया है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है जिला कलेक्टर को भी इसके बारे में अवगत करवाया गया। लेकिन कोई अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है अगर सरकारी जमीन थी तो 50 साल से प्रशासन आंख बंद कर क्यों बैठा रहा ।
क्यों चला बुलडोजर
उसी समय कार्यवाही कर के जमीन खाली करवाई जा सकती थी लेकिन अब यह जमीन बेशकीमती हो गई है इस लिए भूमाफियों की नजर इस पड़ी है इस लिए गरीबों की जमीन पर बुलडोजर चलाया गया है सरकारी जमीन तो और कही है उसको खाली नहीं करवा सकते हैं जहां कोई बोलने वाला नहीं होता है उसी को दबाने का काम प्रशासन कार्य करता है जिले में हजारों बीघा सरकारी जमीन पर लोगों ने कब्जा किया हुआ है उसके कही बड़े सेठ धनी लोग भी हैं लेकिन प्रशासन उस ओर ध्यान नहीं जाता है सिर्फ गरीबों को सत्ताओं ओर जमीन खाली करावो यही रह गया है प्रदेश सरकार घुमंतू समाज के लिए काम रही है लेकिन ऐसे अधिकारी होंगे तो गरीबों का कोई नहीं सुनेगा ।
अंधेरी रात में लोग कैसे खाना पकाते
यह दुर्दशा पीड़ित परिवार ही समझ सकता है छोटे छोटे बच्चों को डर सताता है कही सांप नहीं आ जाए इसी डर के अंदर रात भर लोग जागते रहते हैं सुबह का इंतजार रहता है कब सुबह होंगी ।क्या सरकार ऐसे अधिकारी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सकती है क्या गरीबों को इस प्रदेश में रहना का हक नहीं है अगर ऐसे अधिकारी करवाई कर बेघर कर देंगे ।ओर सरकार भी नहीं सुनने तो गरीब लोग किस से अपनी फरियाद करे।इन सब का जिम्मेदार कौन है

