QS World University Ranking 2026: Sustainability 2026 में भारत का प्रदर्शन इस बार काफी मजबूत रहा है. भारत के कुल 103 संस्थान इस रैंकिंग में शामिल हुए, जिससे भारत दुनिया में चौथे स्थान पर रहा. इनमें से 32 भारतीय संस्थानों की रैंकिंग में सुधार दर्ज किया गया, जबकि 15 की रैंकिंग पहले जैसी रही और 30 संस्थानों की रैंकिंग गिरी.
भारत की तरफ से IIT दिल्ली रही टॉप पर
भारत की 9 यूनिवर्सिटियों ने वैश्विक टॉप 700 में जगह बनाई है. इनमें सबसे बेहतर प्रदर्शन IIT दिल्ली का रहा, जिसने 205वीं रैंक हासिल की. इसके बाद VIT और IIT रुड़की ने 352वीं संयुक्त रैंक हासिल की. शूलिनी यूनिवर्सिटी 522, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी 544, पंजाब यूनिवर्सिटी 569, BHU 594, एनआईटी राउरकेला 652 और IIT BHU वाराणसी 672 पर रहे. UPES भी 682वीं रैंक के साथ 700 की सूची में शामिल है.
रिपोर्ट के अनुसार, भारत कई प्रमुख क्षेत्रों—Earth Sciences, Climate Studies और Environmental Programs—में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. इससे साफ है कि भारत पर्यावरण, जलवायु अध्ययन और विज्ञान शिक्षा के क्षेत्र में मजबूती से आगे बढ़ रहा है.
IITs के प्रदर्शन पर एक नजर
IITs ने भी इस बार कई महत्वपूर्ण कैटेगरी में वैश्विक स्तर पर अच्छी पकड़ दिखाई है. IIT दिल्ली और IIT खड़गपुर Employability और Outcomes श्रेणी में टॉप 100 में शामिल हुए, जहां IIT दिल्ली 93वें और IIT खड़गपुर 96वें स्थान पर रहा. वहीं IIT बॉम्बे पर्यावरण प्रभाव श्रेणी में एक पायदान ऊपर बढ़कर 100वें स्थान पर आया. पर्यावरणीय स्थिरता श्रेणी में IIT खड़गपुर ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 49वीं रैंक हासिल की.
वैश्विक सूची में भारत चौथे स्थान पर
इस साल की रैंकिंग में कुल 2000 विश्वविद्यालय शामिल हुए थे, जो 106 देशों से संबंधित थे. इसमें सबसे अधिक संख्या अमेरिका की रही, जिसके 240 संस्थान शामिल हुए. चीन 163 संस्थानों के साथ दूसरे और यूके 109 संस्थानों के साथ तीसरे स्थान पर रहा. भारत 103 संस्थानों के साथ वैश्विक सूची में चौथे स्थान पर रहा, जबकि फ्रांस 76 संस्थानों के साथ पांचवें नंबर पर रहा.
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