Punjab University Protest: पंजाब विश्वविद्यालय में प्रस्तावित सीनेट संशोधनों को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. केंद्र सरकार द्वारा संशोधन अधिसूचना वापस लेने के बावजूद, छात्र अब सीनेट चुनाव की तारीख तय होने तक अपना आंदोलन जारी रखने पर अड़े हैं. विभिन्न छात्र संगठनों ने सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन का आह्वान किया है. सूत्रों के अनुसार, रविवार देर रात तक परिसर में व्यापक हंगामा और नारेबाजी जारी रही. छात्रों का कहना है कि सीनेट चुनाव की नई तारीख की औपचारिक घोषणा होने तक वे अपना धरना और विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे.
#WATCH चंडीगढ़: पंजाब विश्वविद्यालय के छात्रों ने सीनेट चुनाव की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/BJkw5Oa344
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 10, 2025
छात्र संगठनों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार छात्र प्रतिनिधित्व को कमज़ोर करने के लिए मिलीभगत कर रहे हैं. उनका तर्क है कि सीनेट विश्वविद्यालय की लोकतांत्रिक आत्मा है, जिसे किसी भी संशोधन से कमज़ोर नहीं किया जा सकता.
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रिपोर्टों के अनुसार, छात्र अपनी शैक्षणिक और प्रशासनिक मांगों को लेकर लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार को जब उनकी माँगें नहीं सुनी गईं, तो वे गेट नंबर 1 पर जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे. कुछ ही देर में भीड़ हिंसक हो गई और गेट तोड़कर परिसर में घुस गई. हालात बिगड़ते देख पुलिस ने छात्रों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया. कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया गया. पुलिस अधिकारियों ने कहा, “स्थिति अब नियंत्रण में है और कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी.”
इस बीच, मोहाली ज़िले में किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. किसान विभिन्न मुद्दों को उठाने के लिए प्रशासनिक भवनों की ओर मार्च करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने पहले ही उन्हें बैरिकेडिंग कर दी. किसान वहीं बैठ गए और नारे लगाने लगे और सरकार को अपनी माँगें पूरी करने की चेतावनी दी.
प्रशासन ने की अपील
पंजाब विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों से शांति बनाए रखने और बातचीत के ज़रिए समाधान निकालने की अपील की है. अधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार ने अधिसूचना वापस ले ली है, इसलिए अब और विरोध प्रदर्शन की कोई ज़रूरत नहीं है. हालाँकि, छात्र नेताओं का कहना है कि सीनेट चुनाव की तारीखें तय होने और आधिकारिक घोषणा होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेंगे.