Home > देश > Operation Mahadev में नेस्तनाबूद हुए बैसरन में खूनी खेल खेलने वाले सुलेमान और यासिर, भारतीय सेना ने खोदी कब्र, जानें क्या है इनकी क्राइम कुंडली?

Operation Mahadev में नेस्तनाबूद हुए बैसरन में खूनी खेल खेलने वाले सुलेमान और यासिर, भारतीय सेना ने खोदी कब्र, जानें क्या है इनकी क्राइम कुंडली?

मारे गए दोनों आतंकी सुलेमान और यासिर हैं। पहलगाम हमले में शामिल सुलेमान और यासिर पूर्व पाकिस्तानी एसएसजी कमांडो थे। दोनों को पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा कैंप में ट्रेनिंग मिली थी और हमले से पहले दोनों कई बार कश्मीर आ चुके थे।

By: Ashish Rai | Published: July 28, 2025 3:59:03 PM IST



Operation Mahadev: पहलगाम आतंकी हमले के 96 दिन बाद भारतीय सेना ने 26 निर्दोष लोगों की मौत का बदला ले लिया है। सेना ने सोमवार को इस आतंकी हमले को अंजाम देने वाले 3 आतंकियों को मार गिराया। मारे गए तीन आतंकियों में से 2 की पहचान पाकिस्तानी सुलेमान और यासिर के रूप में हुई है। श्रीनगर जिले के हरवान इलाके में संदिग्ध आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। सेना की चिनार कोर ने बताया कि मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए हैं, ऑपरेशन अभी जारी है।

मारे गए 3 आतंकियों के साथ ही दो आतंकियों के घायल होने की खबर है। सेना ने इन दोनों घायलों को अपने कब्जे में ले लिया है। मारे गए तीनों आतंकी पाकिस्तान से जुड़े हैं, दो की पहचान हो गई है। (तस्वीर में पहला आतंकवादी सुलेमान है और दूसरा यासिर है। तीसरा जुनैद है, जो पिछले साल मारा गया था। चौथा मूसा है, जो लापता है।)

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ऑपरेशन महादेव में मारे गए यासिर और सलमान कौन हैं?

अब तक मारे गए तीन आतंकियों में से दो की पहचान हो गई है। मारे गए दोनों आतंकी सुलेमान और यासिर हैं। पहलगाम हमले में शामिल सुलेमान और यासिर पूर्व पाकिस्तानी एसएसजी कमांडो थे। दोनों को पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा कैंप में ट्रेनिंग मिली थी और हमले से पहले दोनों कई बार कश्मीर आ चुके थे। सूत्रों के मुताबिक, सेना लंबे समय से दोनों की गतिविधियों पर नज़र रख रही थी।

आमतौर पर सेना और सुरक्षा एजेंसियां आतंकवादियों की पहचान की पुष्टि करने से पहले कई स्तरों पर जाँच करती हैं। लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े आतंकी एक ही समय में कई पहचानों के साथ सक्रिय रहते हैं।

सेना कैसे करती है आतंकवादियों की पहचान की पुष्टि 

बता दें, सेना कई स्तरों पर पुष्टि के बाद ही उनकी पहचान जारी करती है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि पहलगाम हमले में शामिल हाशिम मूसा इस ऑपरेशन में मारा गया है। फ़िलहाल, यह तय है कि तीनों के पाकिस्तान से संबंध हैं और तीनों पहलगाम हमले में शामिल हो सकते हैं।

सेना ने बताया कि हरवान इलाके के जंगलों से आतंकियों के दूसरी जगह जाने की सूचना मिली थी। इसके बाद सेना ने ड्रोन और तकनीक के ज़रिए आतंकियों की गतिविधियों पर नज़र रखी और फिर ऑपरेशन शुरू किया। पहला हमला आतंकवादियों ने किया जिसके बाद जवानों ने जवाबी कार्रवाई की। फिलहाल, पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और तलाशी अभियान जारी है। जानकारी मिली है कि तलाशी अभियान में सेना को कुछ अहम सबूत मिले हैं। इलाके में कुछ और आतंकियों के छिपे होने की आशंका है।

राजनाथ सिंह ने संसद में ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद के मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी। सदन में बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘हमारे बलों द्वारा की गई एक सुनियोजित कार्रवाई में, 9 आतंकवादी ठिकानों को बड़ी सटीकता से निशाना बनाया गया। अनुमान के मुताबिक, इस सैन्य अभियान में 100 से ज़्यादा आतंकवादी, उनके प्रशिक्षक, शागिर्द और बड़े आतंकवादी संगठनों से जुड़े हैंडलर मारे गए।’

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