National Unity Day Date 2025 : भारत में हर साल 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day) मनाया जाता है. ये दिन देश की एकता, अखंडता और भाईचारे को मजबूत करने की भावना के लिए समर्पित है. इस दिन पूरे देश में एकता की शपथ ली जाती है और लोगों को ये याद दिलाया जाता है कि हमारी विविधता ही हमारी ताकत है.
राष्ट्रीय एकता दिवस भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है. सरदार पटेल स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री थे. उन्होंने आजादी के बाद भारत के बिखरे हुए रियासतों को एकजुट करने का महान कार्य किया. उस समय भारत में करीब 565 रियासतें थीं, जिन्हें उन्होंने अपनी समझदारी और इच्छाशक्ति से भारत में मिला दिया. इसी कारण उन्हें भारत का लौह पुरुष कहा जाता है.
उनका मानना था कि एक मजबूत राष्ट्र तभी बन सकता है जब सभी राज्य और नागरिक एक धागे में बंधे हों. इसलिए उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि देश के लोगों में एकता और समर्पण की भावना बनी रहे.
कब से मनाया जा रहा है ये दिन?
राष्ट्रीय एकता दिवस को मनाने की शुरुआत 2014 में भारत सरकार ने की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी घोषणा करते हुए कहा था कि सरदार पटेल की जयंती पर हमें उनके विचारों और योगदान को याद करते हुए एकजुट भारत की भावना को आगे बढ़ाना चाहिए. तब से हर साल 31 अक्टूबर को देशभर में इस दिन को बड़े उत्साह से मनाया जाता है.
कैसे मनाया जाता है राष्ट्रीय एकता दिवस?
इस दिन सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों में रन फॉर यूनिटी (Run for Unity) जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. लोग एकता की शपथ लेते हैं और सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देते हैं. कई जगह पर उनके योगदान पर भाषण, निबंध प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं. इस दिन का मकसद सिर्फ समारोह मनाना नहीं, बल्कि ये संदेश देना है कि हम सभी भारतीय एक हैं, चाहे हमारी भाषा, धर्म या संस्कृति अलग-अलग क्यों न हो.
राष्ट्रीय एकता दिवस हमें याद दिलाता है कि सरदार पटेल की तरह हमें भी देश को जोड़ने, एकता बनाए रखने और विभाजनकारी सोच से दूर रहने की जरूरत है.