Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी पर इस समय गाज गिरी हुई है। प्रशासन तीन दशक पहले पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव को आवंटित मुरादाबाद में मौजूद आलीशान बंगले छीनने जा रहा है। इस दौरान प्रशासन ने साफ तौर पर कहा कि यह संपत्ति कई साल पहले समाजवादी पार्टी को किराए पर दी गई थी, लेकिन इसे ज्यादातर 15 साल तक किराए पर देने का प्रावधान है। वहीँ जिलाधिकारी अनुज सिंह ने बताया कि, हमने नोटिस जारी कर बंगला खाली करने के निर्देश दिए हैं। सिविल लाइंस जैसे पॉश इलाके में यह बंगला सपा को 250 रुपये हर माह किराए पर दिया गया था। खास बात ये है कि यह बंगला करीब 1000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। कहीं न कहीं इस बंगले को समाजवादी पार्टी की शान माना जाता था।
इस वजह से जब्त की जा रही संपत्ति
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को 31 साल पहले मिले बंगले का आवंटन रद्द कर दिया गया है। आपको बता दें यहाँ पर फ़िलहाल सपा का जिला कार्यालय है। इस संपत्ति का बाजार मूल्य करोड़ों में पहुँच गया है। वहीँ अब कहा जा रहा है कि प्रशासन ने बंगले का आवंटन इसलिए रद्द किया क्योंकि मुलायम सिंह के निधन के बाद इसका नामांतरण नहीं हुआ था। इसके अलावा सरकारी कर्मचारियों के आवास के लिए ज़मीन की ज़रूरत थी और भवन का सरकारी हित में उपयोग करने की योजना बनानी थी। जिसकी वजह से इस संपत्ति को वापस लेने के लिए नोटिस भेजा गया है।
सपा को दी गई चेतावनी
वहीँ आपको बता दें, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष को एडीएम द्वारा 30 जुलाई 2025 को नोटिस जारी किया गया है। इसमें एक महीने के अंदर बंगला खाली कर प्रशासन को सौंपने को कहा गया है। ऐसा न करने पर किराया वसूलने के साथ ही कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। समयावधि पूरी होने के बाद प्रतिदिन के हिसाब से एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।