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भाजपा नेता मनप्रीत सिंह बादल की बेटी की हुई सगाई, राजा कर्ण सिंह के पोते की बनेंगी दुल्हनियां; पंजाब में बदलेगा सियासी समीकरण!

Rhea Badal and Martand Singh: BJP नेता मनप्रीत सिंह बादल की बेटी रिया बादल की सगाई कांग्रेस नेता करण सिंह के पोते मार्तंड सिंह से हुई है. मार्तंड सिंह जम्मू के राजा करण सिंह के पोते और विक्रमादित्य सिंह के बेटे हैं.

By: Preeti Rajput | Published: December 15, 2025 10:33:11 AM IST



Rhea Badal and Martand Singh Engagement: पंजाब के पूर्व फाइनेंस मिनिस्टर और BJP नेता मनप्रीत सिंह बादल की बेटी रिया बादल की सगाई कांग्रेस नेता डॉ. करण सिंह के पोते और जम्मू के राजा विक्रमादित्य सिंह के बेटे आर.के. मार्तंड सिंह से हुई है. इस सगाई से पंजाब और जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिवार एक साथ आए हैं. दोनों परिवारों के बीच रिश्ता अब काफी मजबूत हो गया है. मार्तंड सिंह सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाई कोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस करते हैं.

विक्रमादित्य सिंह ने सगाई की घोषणा की

मार्तंड सिंह और रिया बादल की सगाई की घोषणा खुद विक्रमादित्य सिंह ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए की. शनिवार को अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा, “माता रानी के आशीर्वाद से, हमें अपने बेटे, आर.के. मार्तंड सिंह, और सरदार मनप्रीत सिंह बादल की बेटी रिया बादल की सगाई की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है. हम उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए अपना प्यार और आशीर्वाद भेजते हैं.”

शाही परिवार से हैं आर.के. मार्तंड सिंह

आर.के. मार्तंड सिंह पुराने डोगरा शाही परिवार से हैं. उनके दादा, डॉ. करण सिंह, एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कश्मीर रियासत के अंतिम महाराजा हरि सिंह के बेटे थे. मार्तंड के पिता महाराजा हरि सिंह के पोते और डोगरा राजवंश के अंतिम वारिस हैं.

विक्रमादित्य सिंह कौन हैं?

विक्रमादित्य सिंह जम्मू और कश्मीर विधान परिषद के पूर्व सदस्य हैं. उनका राजनीतिक करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है. 2015 में, वह पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) में शामिल हो गए. लेकिन, अक्टूबर 2017 में महाराजा हरि सिंह की जयंती पर उन्होंने पार्टी और लेजिस्लेटिव काउंसिल दोनों से इस्तीफा दे दिया. उनके इस्तीफे का कारण महाराजा हरि सिंह की जयंती पर पब्लिक हॉलिडे घोषित करने का मुद्दा था. फिर वे कांग्रेस में शामिल हो गए. विक्रमादित्य सिंह ने 2019 का लोकसभा चुनाव फिर से कांग्रेस के टिकट पर लड़ा, लेकिन उधमपुर सीट से BJP के डॉ. जितेंद्र सिंह से हार गए. फिर उन्होंने 2022 में कांग्रेस से यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि “कांग्रेस जम्मू-कश्मीर के लोगों की भावनाओं को समझने में असमर्थ है.” 

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