Home > देश > मुझे बर्बाद करने में सब मिले…’, चंद्रशेखर के बाद अब रोहिणी घावरी ने किस पर लगाए सनसनीखेज आरोप? बवाल मचना तय!

मुझे बर्बाद करने में सब मिले…’, चंद्रशेखर के बाद अब रोहिणी घावरी ने किस पर लगाए सनसनीखेज आरोप? बवाल मचना तय!

एक समय था जब उसकी मां मुझे बहुत पसंद करती थी। वह अपने घर आने वाले मेहमानों से कहती थी कि मेरा बेटा विदेश जाएगा और अच्छी जिंदगी जिएगा। उसे बहुत काबिल लड़की मिल गई है। अब मुझे समझ में आया कि मुझे बर्बाद करने में सभी का हाथ था।

By: Ashish Rai | Last Updated: June 26, 2025 10:37:18 PM IST



Chandrashekhar Azad Rohini Ghavri: यूपी की नगीना लोकसभा सीट से सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद इन दिनों एक गंभीर आरोप के चलते विवादों में घिरे हुए हैं। चंद्रशेखर आजाद पर यह आरोप पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने लगाया है। अब इसी बीच रोहिणी घावरी ने चंद्रशेखर आजाद की मां को लेकर बड़ा बयान दिया है।

पीएचडी स्कॉलर रोहिणी घावरी ने एक्स पर लिखा, “चंद्रशेखर की मां ने उसे रोहिणी को छोड़कर सभी महिलाओं का सम्मान करना सिखाया। एक समय था जब उसकी मां मुझे बहुत पसंद करती थी। वह अपने घर आने वाले मेहमानों से कहती थी कि मेरा बेटा विदेश जाएगा और अच्छी जिंदगी जिएगा। उसे बहुत काबिल लड़की मिल गई है। अब मुझे समझ में आया कि मुझे बर्बाद करने में सभी का हाथ था। सभी ने मेरे दिमाग से खेला और मुझे यह यकीन दिलाया।”

‘अगर ऐसा ही होता रहा तो अगड़े-पिछड़े…’, इटावा कथावाचक विवाद पर CM योगी के मंत्री, कह दी बात बात

चंद्रशेखर पर क्या आरोप हैं?

दरअसल, रोहिणी घावरी ने सोशल मीडिया पोस्ट और कुछ मीडिया इंटरव्यू में दावा किया है कि चंद्रशेखर ने न केवल उनका बल्कि कई अन्य लड़कियों का भी यौन और भावनात्मक शोषण किया। उन्होंने आरोप लगाया कि चंद्रशेखर ने उनसे और अन्य लड़कियों से अपनी शादी की बात छिपाई और उनका भरोसा तोड़ा।

कौन हैं रोहिणी घावरी?

रोहिणी घावरी ने न केवल चंद्रशेखर पर भावनात्मक और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है, बल्कि यह भी कहा है कि उनकी जान को खतरा है। आपको बता दें कि मूल रूप से मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की रहने वाली डॉ. रोहिणी घावरी वाल्मीकि समुदाय से आती हैं। उनके पिता इंदौर के एक बीमा अस्पताल में सफाई कर्मचारी के तौर पर काम करते हैं। बेहद साधारण पृष्ठभूमि से आने के बावजूद रोहिणी ने शिक्षा और आत्मविश्वास के बल पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। उन्होंने स्विट्जरलैंड की एक यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा प्राप्त की और पीएचडी के लिए 1 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप भी प्राप्त की। उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी की है।

इससे पहले उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ कॉमर्स से फॉरेन ट्रेड में बीबीए और फिर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से मार्केटिंग में एमबीए किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह पिछले पांच सालों से स्विट्जरलैंड में काम कर रही हैं और एक एनजीओ भी चला रही हैं जो सामाजिक मुद्दों पर काम करता है। साल 2019 में वह पढ़ाई के लिए विदेश गईं और वहीं से उनका चंद्रशेखर आजाद से संपर्क शुरू हुआ।

’20 महीने में बिहार को नंबर वन…’, तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान, युवाओं से किए बेशुमार वादे

 

Advertisement