नई दिल्ली से मनोहर केसरी की रिपोर्ट
Lithium battery: भविष्य में लिथियम आयन बैटरी के उत्पादन में भारत चीन समेत कई देशों को टक्कर दे सकेगा। दरअसल, गुरुवार को हरियाणा के IMT सोहना में जापान की कंपनी ATL ने करीब 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश करते हुए लिथियम आयन बैटरी बनाने के लिए प्रोजेक्ट की शुरुआत की जो एशिया का सबसे बड़ा पहला प्रोजेक्ट है। इसके के शुरू होने से करीब 5,000 से ज्यादा युवाओं को सीधा रोजगार मिलेगा। अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से तैयार लिथियम आयन बैटरी की निर्माण इकाई की स्थापना से हरियाणा की पहचान औद्योगिक क्षेत्र में नए रूप से उभरेगी।
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया इस मेगा प्रोजेक्ट का शुभारंभ
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस मेगा प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया। इस अवसर पर हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह, टीडीके ग्रुप से सैटो व शशिदा, मुख्यमंत्री के विदेशी सहयोग सलाहकार पवन चौधरी और ICWA से पंकज महेंद्रू भी शामिल हुए। इसके अलावा,कार्यक्रम में जापानी दूतावास से फुफिए टीडीके तथा उद्योग जगत के अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।
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जापान की तरह हरियाणा में भी क्वालिटी प्रोडक्ट्स बनाए जाएंगे
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जिस तरह जापान अपने प्रोडक्ट बनाने में क्वालिटी पर भरोसा करता है, उसी तरह अब हरियाणा में भी क्वालिटी पर खरे उतरने वाले प्रोडक्ट बनाए जाएंगे। आधुनिक भारत में आज इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी सामान बनाए जा रहे हैं, जिसका सीधा लाभ देश के उपभोक्ताओं व युवाओं को रोजगार के रूप में मिल रहा है।
आज का दिन हरियाणा के औद्योगिक इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज होगा – मंत्री राव नरबीर सिंह
मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि आज का यह दिन हरियाणा के औद्योगिक इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के दूरदर्शी नेतृत्व में हरियाणा आज आत्मनिर्भरता, नवाचार और वैश्विक सहयोग का पर्याय बन चुका है।
उन्होंने कहा कि एटीएल ग्रुप (टीडीके कॉरपोरेशन, जापान) ने हरियाणा की धरती पर अत्याधुनिक लिथियम आयन बैटरी निर्माण इकाई स्थापित कर ऐतिहासिक पहल की है। प्रदेश में जल्द ही 10 नए औद्योगिक शहर विकसित किए जाएंगे ।
यह परियोजना विकसित भारत 2047 के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
70 से 75 प्रतिशत आयन बैटरी चीन से आयत करता है भरता, अब चीन पर निर्भरता होगी कम
गौरतलब है कि भारत अपनी लिथियम-आयन बैटरियों का एक बड़ा हिस्सा चीन से आयात करता है। इसके अलावा, वियतनाम, हॉन्गकॉन्ग, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना और जापान से भी आयात होता है।भारत अपनी लिथियम आयन बैटरी ज़रूरतों का 70% से 75% चीन और हांगकांग से आयात करता है।