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खान सर की बढ़ी मुश्किलें, बजरंग दल ने उठाई कड़ी कार्रवाई की मांग, महाराजा हरि सिंह पर दिया था ये विवादित बयान

खान सर का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे कह रहे हैं कि 'जम्मू-कश्मीर को भारत में शामिल करने में देरी करना कश्मीर के महाराजा हरि सिंह की भूल थी।

By: Ashish Rai | Published: July 14, 2025 10:30:22 PM IST



Khan Sir : राष्ट्रीय बजरंग दल ने बिहार के पटना निवासी चर्चित शिक्षक फैजल खान उर्फ खान सर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। बजरंग दल का कहना है कि खान सर द्वारा जम्मू-कश्मीर के अंतिम डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह और उनके परिवार की महिलाओं के खिलाफ की गई आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी से जम्मू का डोगरा समुदाय बेहद आहत और आक्रोशित है। यह टिप्पणी न केवल ऐतिहासिक धरोहर का अपमान है, बल्कि समाज में वैमनस्य फैलाने का भी प्रयास है।

बजरंग दल ने क्या कहा?

राष्ट्रीय बजरंग दल इस प्रकार की अभद्र भाषा और मानसिकता की कड़ी निंदा करता है। प्रदेश अध्यक्ष राकेश बजरंगी ने आज एक बयान में कहा कि ‘ऐसे लोगों को समाज में जगह नहीं मिलनी चाहिए, जो हमारे गौरवशाली इतिहास और महिलाओं के सम्मान पर हमला करते हैं। हम मांग करते हैं कि बिहार सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत फैजल खान के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करे, उन्हें गिरफ्तार करे और कानून के अनुसार कड़ी सजा दे।’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बजरंग दल डोगरा समुदाय के गौरव की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहेगा और यदि इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो संगठन सड़कों पर उतरकर लोकतांत्रिक तरीके से अपना विरोध दर्ज कराएगा।

खान सर ने क्या कहा?

खान सर का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे कह रहे हैं कि ‘जम्मू-कश्मीर को भारत में शामिल करने में देरी करना कश्मीर के महाराजा हरि सिंह की भूल थी। वह कश्मीर को स्विट्जरलैंड बनाना चाहते थे, पाकिस्तान ने उनके रिश्तेदारों को छीन लिया। हरि सिंह विशुद्ध रूप से लालची और स्वार्थी थे।’

महाराजा हरि सिंह कौन थे?

आपको बता दें, कश्मीर के महाराजा हरि सिंह जम्मू-कश्मीर राज्य के अंतिम शासक थे। उनका जन्म 23 सितंबर 1895 को हुआ था और 26 अप्रैल 1961 को उनका निधन हो गया था। वे महाराजा प्रताप सिंह के भतीजे और राजा अमर सिंह के पुत्र थे। 1925 में अपने चाचा महाराजा प्रताप सिंह की मृत्यु के बाद हरि सिंह जम्मू-कश्मीर के शासक बने। 1947 में भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद 26 अक्टूबर 1947 को उन्होंने जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय के समझौते पर हस्ताक्षर किये।

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