India GDP Growth: भारत की सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी की वृद्धि दर दूसरी तिमाही में 8.2 प्रतिशत बढ़ी है. इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में जीडीपी का 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ना हमारी सरकार की विकास केंद्रित नीतियों के प्रभाव को दिखाता है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 5.6 प्रतिशत थी.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर लिखा- “2025-26 के Q2 में 8.2 प्रतिशत GDP ग्रोथ बहुत अच्छी बात है. यह हमारी ग्रोथ को बढ़ावा देने वाली पॉलिसी और सुधारों का असर दिखाता है. यह हमारे लोगों की कड़ी मेहनत और हिम्मत को भी दिखाता है. हमारी सरकार सुधारों को आगे बढ़ाती रहेगी और हर नागरिक के लिए Ease of Living को मजबूत करेगी.”
The 8.2% GDP growth in Q2 of 2025-26 is very encouraging. It reflects the impact of our pro-growth policies and reforms. It also reflects the hard work and enterprise of our people. Our government will continue to advance reforms and strengthen Ease of Living for every citizen.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 28, 2025
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने क्या कहा?
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने जीडीपी के आंकड़ों पर कहा कि अर्थव्यवस्था का मजबूत प्रदर्शन पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नीतिगत स्थिरता और निरंतरता का परिणाम है, जो दीर्घकालिक स्थिरता और विकास को बढ़ावा दे रहा है.
बता दें कि सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था ने वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर अवधि) में 8.2 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर हासिल की है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की विकास दर 5.6 प्रतिशत से काफी अधिक है.
इससे वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में विकास दर 8 प्रतिशत की हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में 6.1 प्रतिशत थी. सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर अवधि में देश की नॉमिनल जीडीपी में 8.7 प्रतिशत की दर से इजाफा हुआ है.
वहीं सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि रियल जीडीपी वृद्धि दर के आठ प्रतिशत से ऊपर निकलने की वजह द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र का मजबूत प्रदर्शन था.
तृतीयक क्षेत्र की वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत रही
वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में द्वितीयक क्षेत्र की वृद्धि दर 8.1 प्रतिशत और तृतीयक क्षेत्र की वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत रही है. द्वितीयक क्षेत्र में शामिल मैन्युफैक्चरिंग की वृद्धि दर 9.1 प्रतिशत और कंस्ट्रक्शन की वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही है. तृतीयक क्षेत्र में फाइनेंशियल, रियल एस्टेट और प्रोफेशनल सर्विसेज में 10.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
वित्त वर्ष 2025-26 के पहले सात महीनों में केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा समूचे वित्त वर्ष के लक्ष्य का 52.6 प्रतिशत हो गया. वित्त वर्ष 2024-25 के पहले सात महीनों में सरकार की आय एवं व्यय के बीच का अंतर यानी राजकोषीय घाटा, बजट अनुमान का 46.5 प्रतिशत रहा था.