Gurrez Encounter: जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। एक एनकाउंटर में ‘ह्यूमन जीपीएस’ नाम से मशहुर बागू खान उर्फ समंदर चाचा को मार गिराया गया है। दशकों से सुरक्षा बलों द्वारा वांछित था क्योंकि वह 1995 से 100 से ज़्यादा घुसपैठ की कोशिशों में शामिल था।
अधिकारियों के अनुसार, वह घुसपैठ के सभी रास्तों को जानता था और बिना पकड़े घुसपैठ की कोशिशों में मदद करता था – इसलिए उसे ‘मानव जीपीएस’ नाम दिया गया। अधिकारियों को उसका पहचान पत्र मिला, जिसमें लिखा था कि वह पाकिस्तान के मुज़फ़्फ़राबाद का निवासी है। सूत्रों ने बताया कि ‘समुंदर चाचा’ आतंकवादी हिज़्बुल मुजाहिदीन से भी जुड़ा था।
सेना के साथ मुठभेड़ में मारा गया ‘समुंदर चाचा’
23 अगस्त को सुरक्षा बलों द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की एक कोशिश को नाकाम करने के दौरान वह मारा गया। सेना के अनुसार, सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और घुसपैठियों को चुनौती दी, जिसके परिणामस्वरूप आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने उसे और एक अन्य आतंकवादी को मार गिराया।
सेना की श्रीनगर स्थित चिनार कोर ने एक्स को बताया, “जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा संभावित घुसपैठ की कोशिश के बारे में दी गई खुफिया जानकारी के आधार पर, भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरेज सेक्टर में एक संयुक्त अभियान शुरू किया। जवानों ने प्रभावी जवाबी कार्रवाई करते हुए दो आतंकवादियों को मार गिराया।” सूत्रों ने बताया कि दूसरा आतंकवादी भी पाकिस्तानी है। हालाँकि, उसकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
आतंकियों को लगा बड़ा झटका
समंदर चाचा उर्फ बागू खान का मारा जाना घाटी में आतंकवादी संगठनों के लॉजिस्टिक्स नेटवर्क के लिए एक बड़ा झटका है। सुरक्षाबलों के मुताबिक उसके मारे जाने के बाद घुसपैठ की कई संभावित योजनाएं अपने आप नाकाम हो जाएंगी। बता दें कि समंदर चाचा वर्षों से सुरक्षा बलों की पकड़ से बचता रहा था।
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