Noida Dowry Murder: ग्रेटर नोएडा के निक्की हत्याकांड में एक-एक करके कई बातें सामने आ रही हैं। निक्की की बहन कंचन ने इस मामले में 11-12 फरवरी का ज़िक्र किया है। कंचन ने कहा कि काश जो कार्रवाई अभी हो रही है, वो उसी दिन हो जाती, तो आज ये दिन न देखना पड़ता। कंचन ने बताया कि निक्की का एक बेटा है, इसलिए वो काफ़ी समझौता कर रही थी। उसे उम्मीद थी कि आज नहीं तो कल सब ठीक हो जाएगा।
पति की पिटाई के बाद मायके लौट गई थी निक्की
28 वर्षीय निक्की भाटी ग्रेटर नोएडा स्थित अपने ससुराल छोड़कर दादरी में अपने माता-पिता के पास रहने चली गई थी। उसे ज़िंदा जलाए जाने से 6 महीने पहले उसके पति विपिन ने पीटा था। इसके बाद एक पंचायत बुलाई गई, जहाँ विपिन ने माफ़ी मांगी। उसने पंचायत में वादा किया कि वो अपनी पत्नी को फिर कभी नहीं पीटेगा। निक्की इस उम्मीद में अपने पति के साथ रहने वापस चली गई कि अब ये सब खत्म हो जाएगा। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ।
निक्की और उसकी बहन कंचन सैलून चलाती थीं। पता चला है कि विपिन और उसके परिवार को यह पसंद नहीं था। विपिन और उसका परिवार निक्की के इंस्टाग्राम पर रील पोस्ट करने के भी खिलाफ थे। इस वजह से घर में अक्सर झगड़े होते रहते थे। निक्की के पिता ने उसे एक स्कॉर्पियो, एक रॉयल एनफील्ड बाइक, सोना और नकदी गिफ्ट की थी, फिर भी विपिन और उसका परिवार दहेज की मांग कर रहे थे। गुरुवार को विपिन और उसकी मां दया ने कथित तौर पर निक्की को आग लगा दी। निक्की को उसके 6 साल के बेटे और बहन कंचन के सामने जिंदा जला दिया गया।
निक्की की बहन ने बताया कि 11 फ़रवरी को भी हमारे साथ एक बड़ा हादसा हुआ था
निक्की की बहन कंचन ने अब एक इंस्टाग्राम रील में बताया है कि सामाजिक दबावों के कारण निक्की ने बहुत कुछ सहा। उसका एक 6 साल का बेटा है। इसलिए वह बहुत समझौता कर रही थी। उम्मीद थी कि आज या कल, सब ठीक हो जाएगा। हमें नहीं पता था कि ऐसा होगा। कंचन ने उन लोगों का शुक्रिया अदा किया जो इस त्रासदी के बाद उसका और उसके परिवार का साथ दे रहे हैं।
निक्की ने कहा, “काश जो कार्रवाई अभी हो रही है, वह 11 या 12 फरवरी को होती। तब हमें यह दिन नहीं देखना पड़ता। हालाँकि हमने अपनी सामाजिक परंपराओं के लिए कई निर्णय लिए हैं।” फरवरी में जब निक्की अपने ससुराल से दादरी स्थित अपने माता-पिता के घर गई थी, तो कंचन और उसके बच्चे उसके साथ थे।
पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया
अपनी बहन की जघन्य हत्या की गवाह कंचन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने एफआईआर में चार आरोपियों – विपिन, माँ दया, पिता सत्यवीर और भाई रोहित – को नामज़द किया है। चारों को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
शनिवार को जब पुलिस उसे घटनास्थल से सबूत इकट्ठा करने और सुराग ढूँढ़ने के लिए घर ले गई, तो विपिन ने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की। उसने एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन ली और गोली चला दी। जब पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, तो उसके पैर में गोली लग गई। अस्पताल में मीडिया से बात करते हुए उसने कहा कि निक्की की मौत ख़ुद हुई, उसने कुछ नहीं किया। उसने यह भी कहा कि हर पति-पत्नी के बीच झगड़े होते रहते हैं।