Durgapur Gangrape Case: पश्चिम बंगाल में बढ़ते दुष्कर्म के मामलों ने लोगों को अंदर तक झंझोर कर रख दिया है.आर जी कर मेडिकल कॉलेज के बाद एक और रेप के मामले ने हर किसी को दहशत में डाल दिया है. दरअसल, पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में 23 साल की मेडिकल छात्रा के साथ कथित सामूहिक बलात्कार हुआ. जिसके बाद एक बार फिर ममता बनर्जी पर सवाल उठने लगे हैं. लेकिन अब इस मामले में एक और बड़ा ट्विस्ट आ गया है. दरअसल, पुलिस ने इस बात का खुलासा किया है कि सामूहिक बलात्कार हुआ ही नहीं था. इस मामले में छात्रा के सहपाठी को गिरफ्तार कर लिया गया है और इस खबर ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है.
नहीं था गैंगरेप का मामला?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 10 अक्टूबर को दुर्गापुर कॉलेज परिसर के पास गैंगरेप का आरोप लगाने वाली मेडिकल छात्रा के सहपाठी दोस्त को मंगलवार शाम गिरफ्तार कर लिया है. पश्चिम बंगाल पुलिस ने पहले के दावों को चुनौती देते हुए कहा कि सामूहिक बलात्कार की कोई घटना नहीं हुई थी. इस खबर ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है, क्योंकि शुरुआत में यह मामला पूरे भारत में सामूहिक बलात्कार के रूप में सामने आया था. चलिये जान लेते हैं इसके पीछे की कहानी क्या है?
पुरुष मित्र हुआ गिरफ्तार
दरअसल, दुर्गापुर सामूहिक बलात्कार पीड़िता के पुरुष मित्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में गिरफ्तारियों की कुल संख्या अब छह हो गई है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा 10 अक्टूबर की शाम अपने पुरुष मित्र के साथ खरीदारी करने गई थी. पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान उसके जवाबों में विरोधाभास पाए जाने के बाद आरोपी मित्र को गिरफ्तार कर लिया गया. इससे पहले मंगलवार को, उसके पुरुष मित्र को निजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के बाहर एक जंगल में ले जाया गया ताकि पांचो आरोपियों के दावों की पुष्टि की जा सके. बाकी आरोपियों को भी अपराध स्थल का पुनर्निर्माण करने के लिए वहां ले जाया गया.
पीड़िता का दोस्त से मिली बड़ी जानकारी
जानकारी के मुताबिक, पुलिस पूछताछ के दौरान पीड़िता के दोस्त के जवाब अटपटे से लग रहे थे, जिससे पता चलता है कि वो कुछ छिपा रहा था. इसी आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पीड़िता का दोस्त मालदा जिले का निवासी है. गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले, आसनसोल-दुर्गापुर के पुलिस आयुक्त सुनील कुमार चौधरी ने कहा कि बलात्कार पीड़िता के पुरुष मित्र की भूमिका की भी जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि पीड़िता के दोस्त, जो पांचों आरोपियों के साथ घटनास्थल पर मौजूद था उसकी भूमिका भी संदेह से परे है. उन्होंने कहा, “हम उसकी भूमिका की भी जांच कर रहे हैं. हमने उससे कई बार पूछताछ की है.
क्या उठ पाएगा मनीषा की मौत से कभी पर्दा? ‘हत्या से आत्महत्या’ की थ्योरी का कोई नहीं जानता सच