DRDO Arjun Mark 3: दुनिया के कई हिस्सों में चल रही जंगों को देखते हुए और अपने दोनों पड़ोसी देशों, चीन-पाक की हरकतों को देखते हुए भारत लगातार अपनी तीनों सेनाओं को मजबूत बनाने में लगा हुआ है। और इस काम में DRDO बेहद अहम रोल निभा रही है। इसी कड़ी में डीआरडीओ द्वारा भारत का अगला युद्ध टैंक ‘अर्जुन मार्क 3’बनाया जा रहा है। इसकी सबसे खास बात ये है कि ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस ‘स्मार्ट टैंक’ होगा। अत्याधुनिक तकनीकों के दम पर ये दुश्मन के टैंक को 5 सेकेंड से भी कम समय में खत्म कर सकता है।
AI से चलेगा ‘अर्जुन मार्क 3’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अर्जुन मार्क 3 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फीचर जोड़ा जा रहा है। इससे टैंक में लगे सेंसर और सॉफ्टवेयर खतरे को भांपकर उस पर ऑटोमैटिकली हमला कर सकेंगे। यह ‘हंट एंड किल’ मोड में काम करेगा। इसका मतलब है कि जैसे ही टैंक के कैमरे और थर्मल सेंसर दुश्मन के किसी टैंक या हथियार को ट्रैक करेंगे, AI तुरंत टारगेट का विश्लेषण करेगा और ऑपरेटर की अनुमति से फायर कर देगा। इसमें मानवीय हस्तक्षेप बहुत कम होता है, जिससे निर्णय लेने की गति बहुत तेज़ हो जाती है।
इसके अलावा, इसमें 1500 एचपी का टर्बोचार्ज्ड इंजन लगाया जाएगा। जो इसे एम1 अब्राम्स, चैलेंजर 2 और चीन के टाइप 99 टैंक जैसी विदेशी तकनीकों के साथ प्रतिस्पर्धा में खड़ा करता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसकी टॉप स्पीड 70 किलोमीटर प्रति घंटा है और ऑफ-रोड क्षमता भी बेहतर मानी जा रही है। यह भारतीय भूगोल, खासकर रेगिस्तानी इलाकों और ऊंचाई वाले मोर्चों पर बेहतर प्रदर्शन कर सकेगा।
बिना क्रू के दुश्मन के छक्के छुड़ाएगा अर्जुन मार्क 3!
सबसे खास बात यह है कि अर्जुन मार्क 3 को भविष्य में मानवरहित टैंक बनाने की दिशा में तैयार किया जा रहा है। फिलहाल इसमें चालक दल तो होगा, लेकिन कई ऑपरेशन पूरी तरह से एआई और स्वायत्तता से नियंत्रित होंगे, जिससे युद्ध के दौरान सैनिकों की जान को खतरा कम होगा।
वहीं अगर हम इसकी सुरक्षा फीचर्स की बात करें तो इसमें एडवांस्ड प्रोटेक्शन सिस्टम लगा हुआ है। इसमें मल्टी-लेयर कवच, रिएक्टिव आर्मर और एक्टिव प्रोटेक्शन सिस्टम होगा जो एंटी-टैंक मिसाइल को हवा में ही डिटेक्ट करके नष्ट कर देगा। इसके अलावा टैंक के ऊपर 360-डिग्री कैमरा सिस्टम और थर्मल इमेजिंग नाइट विजन होगा, जिससे किसी भी दिशा से आए खतरे को टाला जा सके।
हथियारों की बात करें तो अर्जुन मार्क 3 में स्वदेशी गोला-बारूद का इस्तेमाल होगा, जिसे खासतौर पर लंबी दूरी के हमलों के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें 120 मिमी की स्मूथबोर गन होगी, जो APFSDS (आर्मर पियर्सिंग फिन स्टैबिलाइज्ड डिस्कार्डिंग सबोट) और उच्च विस्फोटक राउंड फायर करने में सक्षम होगी।
अमेरिकी M1 अब्राम्स को सीधी टक्कर
इतने सारे उन्नत फीचर्स के साथ, अर्जुन मार्क 3 की तुलना अमेरिका के एम1 अब्राम्स टैंक से की जा रही है। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह टैंक ‘स्मार्टनेस’ और तकनीकी एकीकरण में उससे आगे निकल सकता है। और इसकी वजह यह है कि एम1 अब्राम्स भारी और महंगा है, जबकि अर्जुन मार्क 3 को हल्का, मॉड्यूलर और उन्नत बनाने पर काम किया जा रहा है।
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