Premanand Maharaj: ब्रज क्षेत्र के प्रसिद्ध रसिक संत प्रेमानंद महाराज की दोनों किडनियां खराब हो गई हैं और वे करीब 18 साल से डायलिसिस पर हैं। इस जानकारी के बाद, मशहूर बिजनेसमैन और बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा ने प्रेमानंद महाराज को अपनी किडनी देने की पेशकश की। हालांकि, प्रेमानंद महाराज ने इसे स्वीकार नहीं किया। सोशल मीडिया पर इस मामले की जमकर चर्चा हो रही है। इसी बीच, मथुरा के दिनेश फलाहारी बाबा ने प्रेमानंद महाराज को पत्र लिखकर अपनी किडनी देने की पेशकश की है।
दिनेश फलाहारी बाबा ने प्रेमानंद महाराज को लिखे पत्र में कहा है कि वे चाहते हैं कि अगर प्रेमानंद महाराज किडनी स्वीकार करते हैं, तो वे उनकी किडनी भी स्वीकार कर लें। उन्होंने कहा कि राज कुंद्रा की किडनी ने मांस-मदिरा का सेवन किया है। यह पूरी तरह से तामसी है। इसके अलावा, उन्होंने राज कुंद्रा को एक विवादास्पद व्यक्तित्व भी बताया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज कुंद्रा की किडनी पूरी तरह से दूषित है।
फलाहारी बाबा ने किडनी देने की पेशकश की
दिनेश फलाहारी बाबा ने प्रेमानंद महाराज को अपनी किडनी देने की बात कही है। प्रेमानंद महाराज को लिखे पत्र में उन्होंने बताया कि अगर वे चाहें तो दिनेश फलाहारी बाबा की किडनी ले सकते हैं। उनकी किडनी मांस-मदिरा से पूरी तरह दूर है और वे फलाहारी भी हैं। इसीलिए उन्होंने अपनी किडनी दान करने की बात कही है। उन्होंने आगे लिखा कि हर बृजवासी प्रेमानंद महाराज को भगवान मानता है। वे उनके लिए खुद की जान भी दे सकते हैं।
फलाहारी बाबा ने प्रेमानंद बाबा के लिए कहा कि बृजवासी उनसे बहुत प्रेम करते हैं और वे भी ब्रजवासियों से बहुत प्रेम करते हैं। श्री राधा कृष्ण भी ब्रजवासियों से बहुत प्रेम करते हैं। ऐसे में प्रेमानंद महाराज उनकी किडनी स्वीकार कर लें। उन्होंने निवेदन किया है कि प्रेमानंद महाराज उनके अलावा किसी और की किडनी न लें।
जानिए कौन हैं फलाहारी बाबा?
प्रेमानंद महाराज को पत्र लिखने वाले फलाहारी बाबा वही व्यक्ति हैं जिन्होंने तीन साल पहले श्री कृष्ण जन्मभूमि क्षेत्र के मंदिर और मस्जिद के खिलाफ मुकदमा दायर किया था। उन्होंने प्रतिज्ञा की है कि जब तक श्री कृष्ण जन्मभूमि स्थित मंदिर से मस्जिद को अलग नहीं किया जाता, तब तक वे अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। इसी वजह से वह पिछले तीन सालों से सिर्फ़ फल खा रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने एक और बड़ा संकल्प लिया था कि वह पैरों में चप्पल नहीं पहनेंगे। इसी वजह से वह हर जगह नंगे पैर जाते हैं।