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कौन है दिल्ली धमाके का असली मास्टरमाइंड, सामने आया नाम; यहां जानें- क्या है तुर्किए कनेक्शन?

Delhi Red Fort Blast: दिल्ली धमाके की तार पाकिस्तान से जुड़ती हुई नजर आ रही है. बताया जा रहा है कि उमर जिस हैंडलर से बात करता था. वो मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार है.

By: Sohail Rahman | Published: November 13, 2025 8:31:39 PM IST



Delhi Blast Mastermind: दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके में हर दिन नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं. दिल्ली के लाल किले के पास हुए आतंकी हमले और जैश-ए-मोहम्मद के फरीदाबाद-सहारनपुर मॉड्यूल की जांच में कई अहम खुलासे हुए हैं. दिल्ली विस्फोट की जांच में मास्टरमाइंड अबू उकासा (कोड नेम) का नाम सामने आया है. विस्फोट वाली हुंडई i20 कार चलाने वाला मोहम्मद उमर चला रहा था, जानकारी सामने आ रही है कि वो लगातार तुर्की की राजधानी अंकारा में उकासा के संपर्क में था. उकासा को मोहम्मद उमर और मुज़म्मिल सकील का हैंडलर बताया जा रहा है.

हैंडलर से मिलने तुर्की गया था मुजम्मिल

सुरक्षा एजेंसियों के संदेह से बचने के लिए डॉ. मुज़म्मिल ने कबूल किया कि उसने 2022 में अपने हैंडलर से मिलने के लिए तुर्की को चुना था. मुज़म्मिल और उमर का ब्रेनवॉश वहीं किया गया था. अबू उकासा जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर और मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार है. शुरुआत में यह हैंडलर व्हाट्सएप के माध्यम से बातचीत करता था, लेकिन बाद में उन्होंने सेशन ऐप चुना, जिसके माध्यम से बात करता था ताकि उनकी बातचीत लीक न हो और एजेंसियों को इसकी भनक न लगे.

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दिल्ली ब्लास्ट में नाम आने पर तुर्किए का स्पष्टीकरण आया सामने

फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल मामले में गिरफ्तार डॉ. मुज़म्मिल गनई से पूछताछ के दौरान भी तुर्किए का नाम सामने आया था. हालांकि तुर्किए ने भारत और अन्य देशों में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों वाली मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है. तुर्किए के संचार निदेशालय का बयान सामने आया है. जिसमें कहा गया है कि आतंकवादी संगठनों को वित्तीय, सैन्य और राजनयिक सहायता प्रदान करने के सभी दावे झूठे हैं.

मसूद अजहर के समूह के साथ मिलीभगत

जांच में यह भी पता चला है कि डॉक्टरों का यह हाइब्रिड आतंकवादी मॉड्यूल दो टेलीग्राम समूहों: उमर बिन खिताब और फर्जान दारुल उलूम से जुड़ा था. खुफिया एजेंसियों को संदेह है कि ये समूह जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे, क्योंकि ये अक्सर जैश और मौलाना मसूद अज़हर द्वारा जिहाद भड़काने वाले पुराने बयान, पत्र और आतंकवाद समर्थक पोस्ट पोस्ट करते थे.

आतंकवादी हमले में इस्तेमाल की गई तीनों कारें जब्त

इस बीच, जांच एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है. जानकारी के अनुसार, दिल्ली आतंकी हमले में इस्तेमाल की गई तीनों कारों को जब्त कर लिया गया है. हमले से जुड़ी तीसरी कार आज अल-फ़लाह विश्वविद्यालय के अंदर से बरामद की गई. इस कार के मालिक डॉ. शाहीन सईद हैं. दूसरी कार, लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट, पुलिस ने एक दिन पहले 12 नवंबर को फरीदाबाद के खंडावली गांव से जब्त की थी. लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट डॉ. उमर नबी के नाम पर पंजीकृत है, जो कथित तौर पर हुंडई i20 चलाते थे.

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