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क्या है ‘डी गैंग’? जिसने रचा तबाही का प्लान, हुआ हैरान करने वाला खुलासा

Delhi Blast: दिल्ली विस्फोट से न केवल डॉ. उमर और डॉ. मुज़म्मिल का नाम जुड़ा है, बल्कि तीन अन्य डॉक्टर डॉ. शाहीन, डॉ. आदिल और डॉ. मोहिउद्दीन भी जांच के दायरे में हैं. माना जा रहा है कि पांच डॉक्टरों का यह समूह इस हमले के लिए ज़िम्मेदार है.

By: Divyanshi Singh | Published: November 11, 2025 2:52:44 PM IST



Delhi Blast: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास हुए विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई. एजेंसियां घटना की जांच कर रही हैं. सूत्रों के अनुसार जिस कार में विस्फोट हुआ, उसमें डॉ. उमर नबी भी सवार थे. वह फरीदाबाद के अल फलाह मेडिकल कॉलेज में कार्यरत थे. अल फलाह कॉलेज वही विश्वविद्यालय है जहां कुछ दिन पहले डॉ. मुज़म्मिल शकील को गिरफ्तार किया गया था और उनके कमरे से अमोनियम नाइट्रेट, एक एके-47 राइफल और गोला-बारूद ज़ब्त किया गया था.

5 डॉक्टरों ने किया ब्लास्ट का प्लान!

दिल्ली विस्फोट से न केवल डॉ. उमर और डॉ. मुज़म्मिल का नाम जुड़ा है, बल्कि तीन अन्य डॉक्टर डॉ. शाहीन, डॉ. आदिल और डॉ. मोहिउद्दीन भी जांच के दायरे में हैं. माना जा रहा है कि पांच डॉक्टरों का यह समूह इस हमले के लिए ज़िम्मेदार है.

डॉ. मुज़म्मिल कौन हैं?

डॉ. मुज़म्मिल को कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस और फरीदाबाद पुलिस के संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया गया था. वह एक उच्च पदस्थ डॉक्टर हैं और फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय परिसर में रहते थे. वह साढ़े तीन साल से वहां रह रहे थे.

पुलिस ने उसके गुप्त ठिकाने से लगभग 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया. मुज़म्मिल ने धोज इलाके में एक कमरा भी किराए पर लिया था. पुलिस सूत्रों के अनुसार, अमोनियम नाइट्रेट लगभग 15 दिन पहले डॉ. मुज़म्मिल के पास आया था. उसने इसे आठ बड़े और चार छोटे सूटकेसों में छिपा रखा था.

जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाने के आरोप

डॉ. आदिल अहमद राथर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में काम करते हैं. उन्हें श्रीनगर पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इन पोस्टरों ने हाल ही में कुछ इलाकों में तनाव बढ़ा दिया था. जांच के बाद पुलिस ने डॉक्टर की पहचान की और उसे अंबाला रोड स्थित एक अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया.

डॉ. आदिल जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में रहते हैं. उन्होंने कुछ समय तक सहारनपुर के एक अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक के रूप में काम किया था. उन्होंने 4 अक्टूबर को वहीं एक डॉक्टर से शादी की थी. सहारनपुर पुलिस के अनुसार, उनके खिलाफ स्थानीय स्तर पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया गया है.

लखनऊ की डॉक्टर गिरफ्तार 

डॉ. आदिल के अलावा लखनऊ की डॉ. शाहीन शाहिद को भी गिरफ्तार किया गया. शाहीन मुज़म्मिल की बेहद करीबी हैं, जो उनकी कार में घूमता था. पुलिस ने शाहीन शाहिद की गाड़ी से हथियार भी बरामद किए.

डॉ. मोहिउद्दीन को एटीएस ने किया गिरफ्तार 

अहमदाबाद में गुजरात एटीएस ने एक आतंकवादी गिरोह का भंडाफोड़ किया. इसका सरगना कोई आतंकवादी नहीं, बल्कि एक डॉक्टर निकला. उसका नाम डॉ. अहमद मोहिउद्दीन है. उसके पास एक चीनी विश्वविद्यालय से चिकित्सा की डिग्री है और खुरासान प्रांत में इस्लामिक स्टेट से उसके संबंध हैं.

डॉ. मोहिउद्दीन ने अरंडी के तेल से राइसिन बनाने का प्रयोग शुरू कर दिया था. उसके ठिकाने से चार लीटर अरंडी का तेल, तीन मोबाइल फोन, दो लैपटॉप और 30 कारतूस बरामद किए गए.

पुलवामा के निवासी थे डॉ. उमर

डॉ. उमर उस कार में सवार थे जिसमें विस्फोट हुआ था. वह पुलवामा के निवासी थे और डॉ. आदिल के करीबी सहयोगी थे. उमर ने श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज से डॉक्टरी की डिग्री हासिल की. ​​उन्होंने जीएमसी अनंतनाग में सीनियर रेजिडेंट फिजिशियन के रूप में काम किया और बाद में दिल्ली चले गए. उन्हें दिल्ली बम विस्फोट का मास्टरमाइंड माना जा है. डॉ. उमर अल फलाह विश्वविद्यालय में पढ़ाते थे.

डॉ. उमर की भाभी ने कहा, “पुलिस उमर की माँ, मेरे पति और मेरे देवर को ले गई है. उनसे पूछताछ की जाएगी. उमर बहुत अच्छे इंसान थे. उमर के पिता मानसिक रूप से अस्थिर हैं. मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकती हूँ कि उनकी मानसिक स्थिति ऐसी नहीं थी.” बम विस्फोट में डॉ. उमर मोहम्मद की संभावित संलिप्तता के संबंध में दिल्ली पुलिस जम्मू-कश्मीर पुलिस के संपर्क में है. सोमवार को फरीदाबाद में जैश-ए-मोहम्मद के एक ठिकाने से भारी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया था. जिस i20 कार में विस्फोट हुआ था, उसे भी उसी तरफ बदरपुर बॉर्डर क्रॉसिंग से दिल्ली में प्रवेश करते देखा गया था. इसलिए, यह संदेह है कि भगोड़े आपराधिक समूह का एक संदिग्ध सदस्य डॉ. उमर वाहन में था.

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