Home > दिल्ली > दिल्ली ब्लास्ट का ‘आतंक’ डॉ. उमर जिस मस्जिद में पढ़ता था नमाज़, वहीं से मौलाना और उर्दू टीचर गिरफ्तार!

दिल्ली ब्लास्ट का ‘आतंक’ डॉ. उमर जिस मस्जिद में पढ़ता था नमाज़, वहीं से मौलाना और उर्दू टीचर गिरफ्तार!

दिल्ली ब्लास्ट मामले (Dehi Blast Case) की जांच में फरीदाबाद क्राइम ब्रांच (Faridabad Crime Branch) ने नूंह में तेजी से जांच शुरू कर दी है, जिसके तहत नूंह जिले से एक मौलाना (Maulana) और एक उर्दू शिक्षक (Urdu Teacher) को पुलिस की टीम ने गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है.

By: DARSHNA DEEP | Published: November 20, 2025 7:29:55 PM IST



Delhi Blast Case: Faridabad Crime Branch:  राजधानी दिल्ली के लाल किले के मेट्रो स्टेशन गेट नंबर-1 पर हुए धमाके के मामले में एक-के-बाद एक कई चौंकाने वाला खुलासे लगातार सामने आ रहे हैं. ऐसा ही ताज़ा मामला एक बार फिर से सामने आया है, जहां ब्लास्ट मामले की जांच के सिलसिले में, फरीदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नूंह में अपनी जांच को और तेज कर दिया है. इसी कड़ी में, नूंह जिले के घासेड़ा गांव के एक मौलाना और एक उर्दू शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है. 

पुलिस ने किस-किस को किया गिरफ्तार?

फरीदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नूंह में अपनी जांच को तेज करने के बाद मौलाना तैय्यब हुसैन और उर्दू शिक्षक फरहान, दोनों को सोहना के रायपुर गांव स्थित शाही जामा मस्जिद से गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है. 

पुलिस को क्या मिली थी मामले में जानकारी?

पुलिस को यह जानकारी मिली थी, दिल्ली धमाके का मुख्य आरोपी डॉ. उमर, जो अल-फलाह मेडिकल कॉलेज से जुड़ा था, ज्यादातर इसी मस्जिद में आकर अपनी नमाज़ अदा करता था. 

क्राइम ब्रांच दोनों से किस तरीके से कर रही है पूछताछ?

फिलहाल, क्राइम ब्रांच की टीम इन दोनों से सख्ती से पूछताछ करने में जुटी हुई है. क्या डॉ. उमर का उनसे कोई सीधा संपर्क था, डॉ. उमर मस्जिद में कितनी बार और किस समय  नमाज़ अदा आता करने आता था. इसके अलावा मस्जिद में उसकी उपस्थिति के दौरान कोई संदिग्ध मुलाकात या फिर किसी तरह की बातचीत होती थी या नहीं. 

आखिर क्या था डॉ. उमर का स्थानीय कनेक्शन?

फिलहाल, फरीदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच की जांच में यह सामने आया है कि  डॉ. उमर हरियाणा के नूंह की हिदायत कॉलोनी में किराए पर रहता था और इस दौरान वह ज्यादातर रायपुर स्थित मस्जिद नमाज़ अदा करने भी जाता था. इतना ही नहीं, पुलिस इस बात की भी जांच करने में जुटी हुई है कि विस्फोटक सामग्री अमोनियम नाइट्रेट खरीदने के लिए सोहना मंडी स्थित दुकान पर उमर अकेला गया था या फिर उसके साथ कोई दूसरा साथ भी था. 

हालांकि, पुलिस को यह भी आशंका है कि आरोपी को स्थानीय मदद भी जरूर मिलती होगी. 

मौलाना के परिवार से कौन ले रहा है पक्ष? 

मौलाना तैय्यब हुसैन के परिवार ने इस मामले में यह दावा करते हुए बताया कि उनके परिजन पूरी तरह से निर्दोष हैं. साथ ही यह भ कहा कि उनका तर्क है कि शाही जामा मस्जिद हाईवे पर है, इसलिए यहां नमाज़ पढ़ने के लिए देशभर से लोग आ सकते हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने पुलिस से निर्दोष होने पर तुरंत रिहा करने की अपील भी की है. 

Advertisement