Home > देश > बेहद शातिर है धर्मांतरण का मास्टरमाइंड छांगुर बाबा, अपने साथियों से कोडवर्ड में करता था बात, लड़कियों को समझता था प्रोजेक्ट

बेहद शातिर है धर्मांतरण का मास्टरमाइंड छांगुर बाबा, अपने साथियों से कोडवर्ड में करता था बात, लड़कियों को समझता था प्रोजेक्ट

Changur Baba Case Latest Updates: यूपी एटीएस ने धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा से पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। जिसमें पता चला है कि छांगुर बाबा कोडवर्ड का इस्तेमाल करता था।

By: Sohail Rahman | Published: July 12, 2025 1:40:47 PM IST



Changur Baba Case Latest Updates: यूपी एटीएस ने धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा से पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। जिसमें पता चला है कि छांगुर बाबा कोडवर्ड का इस्तेमाल करता था। वहीं, यूपी एटीएस की पूछताछ में छांगुर के कोडवर्ड डिकोड किए गए हैं, जिसमें लड़कियों को प्रोजेक्ट के नाम से जाना जाता था। इसके साथ ही छांगुर बाबा के कोडवर्ड में मिट्टी पलटना धर्मांतरण और काजल लगाना मानसिक रूप से प्रभावित करना होता था। वहीं, दर्शन करना बाबा से परिचय कराना होता था।

छांगुर बाबा करता था कोडवर्ड का इस्तेमाल

जानकारी के अनुसार, छांगुर बाबा जब अपने साथियों से बात करता था, तब कोडवर्ड का इस्तेमाल करता था। कोडवर्ड में ही निकाह और शादी का वादा कर धर्मांतरण के बाद नई जिंदगी शुरू करने की शर्त बताई जाती थी। इसके अलावा, लड़कियों और युवाओं को नौकरी, स्कॉलरशिप या विदेश जाने का सपना दिखाया जाता था। कुछ युवाओं को कथित तौर पर इस्लामिक शिक्षण संस्थानों में मुफ्त शिक्षा और विदेश में काम करने का लालच दिया जाता था। नेपाल या खाड़ी देशों में संपर्कों का भी हवाला दिया गया था।

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ईसाई मिशनरियों के भी संपर्क में था छांगुर बाबा

छांगुर बाबा ने नेपाल से सटे सात संवेदनशील जिलों में अवैध धर्मांतरण के लिए सक्रिय कुछ ईसाई मिशनरियों के साथ भी गठजोड़ बना लिया था। वह अपने स्वयंसेवकों को पैसे देकर कमज़ोर वर्गों का विवरण एकत्र करता था और फिर चिन्हित परिवारों को आर्थिक रूप से प्रभावित करके उनका धर्मांतरण कराता था। नसरीन धर्मांतरण में होने वाले खर्च का पूरा हिसाब रखती थी, नीतू का पति नवीन (बदला हुआ जलालुद्दीन) पुलिस और स्थानीय प्रशासन का प्रबंधन करता था।

जांच में हुआ खुलासा

सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, देवीपाटन मंडल में मिशनरियों ने हर वर्ग के अनुसार प्रचारक नियुक्त किए हैं, जिससे परिवारों को समझाना और उन्हें धर्मांतरण के लिए राजी करना आसान हो जाता है। इसकी एक पूरी श्रृंखला है, प्रचार, पास्टर और पादरी महत्वपूर्ण कड़ी हैं। उनके पास चुनिंदा इलाकों के दलित, वंचित, गंभीर रूप से बीमार और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों का पूरा विवरण है, जिसे छांगुर समय-समय पर धन और प्रभाव का इस्तेमाल करके धर्मांतरण के लिए हासिल करता था।

इस्लाम कबूल करते ही बदल जाएगी जिंदगी

हिंदू परिवारों को प्रभावित करने के लिए वह नीतू उर्फ नसरीन और नवीन उर्फ जमालुद्दीन का उदाहरण देता था। वह कहता था कि वे दोनों पहले सिंधी थे, इस्लाम कबूल करने के बाद उनकी ज़िंदगी बदल गई। आज उनके पास पैसा, आलीशान कोठी और महंगी गाड़ी है। इस्लाम कबूल करते ही तुम्हारी जिंदगी भी बदल जाएगी।

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