Home > देश > किसानों के लिए Rahul Gandhi उठा रहे थे आवाज, तभी भाजपा के खास नेता ने दी सीधी धमकी, खुद Congress सांसद ने खोल दी पोल

किसानों के लिए Rahul Gandhi उठा रहे थे आवाज, तभी भाजपा के खास नेता ने दी सीधी धमकी, खुद Congress सांसद ने खोल दी पोल

Rahul Gandhi: कांग्रेस ने नई दिल्ली में विज्ञान भवन में एक राष्ट्रीय विधि सम्मेलन का आयोजन किया। इस दौरान कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कृषि कानूनों पर लंबी चर्चा की।

By: Heena Khan | Last Updated: August 2, 2025 2:42:06 PM IST



Rahul Gandhi News: कांग्रेस ने नई दिल्ली में विज्ञान भवन में एक राष्ट्रीय विधि सम्मेलन का आयोजन किया। इस दौरान कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कृषि कानूनों पर लंबी चर्चा की। इस दौरान उन्होंने बताया कि, कैसे इस कानून के खिलाफ लड़ाई लड़ते समय उन्हें बीजेपी की तरफ से सीधी धमकी दी गई। उन्होंने बताया कि इस दौरान धमकी देने के लिए बीजेपी नेता अरुण जेटली को भेजा गया था। इस दौरान दिवंगत भाजपा नेता ने राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी।

इस शख्स ने दी थी धमकी 

आपकी जानकारी के लिए बता दें, सम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि, “मुझे याद है जब मैं कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ रहा था, तो अरुण जेटली जी को मुझे धमकाने के लिए भेजा गया था। उन्होंने मुझसे कहा था कि अगर आप सरकार का विरोध करते रहेंगे और कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ते रहेंगे, तो हमें आपके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ेगी।

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में राजा बनना नहीं चाहता-राहुल गाँधी 

इस सम्मेलन में राहुल गांधी के संबोधन के दौरान जबरदस्त नारे लगे। वहीँ इस दौरान नारे लगे- ‘देश का राजा कैसा हो, राहुल गांधी जैसा हो’। इसका जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘नहीं, मैं राजा नहीं हूं और मैं राजा बनना भी नहीं चाहता। मैं इस अवधारणा के खिलाफ हूं।’ इस दौरान उन्होंने मतदान प्रणाली में अनियमितताओं पर बात करते हुए कहा, ‘मुझे 2014 से ही हमेशा शक था कि कुछ गड़बड़ है। गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर मुझे पहले से ही शक था।राहुल गांधी ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी को मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में 1 सीट भी नहीं मिली। यह उनके लिए बेहद हैरान करने वाला था। उन्होंने इस बारे में कहा, ‘जब भी हम बोलते थे तो लोग कहते थे, सबूत कहां है? फिर महाराष्ट्र में कुछ हुआ. हम लोकसभा चुनाव जीते. फिर 4 महीने बाद, हम न केवल हारे बल्कि हमारा सफाया हो गया।

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