बता दें कि तमिलनाडु के शिवगंगा ज़िले में पुलिस हिरासत में मंदिर के सुरक्षा गार्ड अजीत कुमार की मौत के मामले में पाँच पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया था। प्रशासन ने इस मामले में पहले छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। जाँच अधिकारियों ने पाँचों आरोपी पुलिसकर्मियों को पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर, अजीत कुमार की मौत के मामले को हत्या के मामले में बदल दिया गया था फिर तिरुप्पुवनम पुलिस मामले की जाँच की जांच की।
#WATCH | Madurai, Tamil Nadu: Madappuram temple guard Ajith Kumar’s custodial death case | The five policemen arrested in connection with the death of Ajith Kumar were produced before the Principal District and Sessions Court in Madurai for the hearing on the CBI’s petition… pic.twitter.com/FXOTCXAb29
— ANI (@ANI) July 30, 2025
क्या थी पूरी घटना?
शिवगंगा में एक श्रद्धालु द्वारा सोने के आभूषण गायब होने की शिकायत के आधार पर, पुलिस ने मदापुरम मंदिर के गार्ड अजीत कुमार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। जाँच के दौरान गार्ड अजीत कुमार की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। पुलिस ने शुरू में कहा था कि उसे दौरा पड़ा और थाने से भागने की कोशिश करते समय उसकी मौत हो गई।