Best & Worst Time of Day: सुबह का मूड पूरे दिन का माहौल तय करता है, और सुबह की कोई भी नेगेटिव घटना (जैसे कोई अप्रिय बातचीत, देर होना, या खराब नींद) पूरे दिन आपके मूड और काम पर नेगेटिव असर डाल सकती है. जिससे जूनियर पर चिल्लाने या गुस्सा करने जैसी प्रतिक्रियाएं हो सकती है. क्योंकि इससे स्ट्रेस बढ़ता है. इसका कारण स्ट्रेस, पिछली रात की चिंताएं, या बस दिन की खराब शुरुआत हो सकती है. जिसे माइंडफुलनेस, गहरी सांस लेने की एक्सरसाइज, संगीत सुनने, या काम पर जाने के लिए अलग रास्ता अपनाने जैसी तकनीकों से ठीक किया जा सकता है.
खराब सुबह के मूड के संभावित कारण
स्ट्रेस और चिंता: अगर आप पिछली रात किसी बात को लेकर स्ट्रेस में थे या चिंतित थे, तो इससे सुबह मूड खराब हो सकता है.
नींद की कमी/खराब नींद: पर्याप्त नींद न मिलना या पूरी रात करवटें बदलते रहना भी सुबह चिड़चिड़ेपन का कारण बनता है.
नेगेटिव विचार: नेगेटिव विचारों के साथ जागना (जैसे, “आज का दिन खराब होने वाला है”) मूड खराब कर देता है.
अचानक काम की मांग: सुबह सबसे पहले स्ट्रेस वाले काम या ढेर सारे ईमेल से निपटना आपके मूड को खराब कर सकता है.
देर से जागना: जल्दी-जल्दी तैयार होना और काम के लिए देर होना भी स्ट्रेस बढ़ाता है.
काम पर असर
- जब आप दिन की शुरुआत से ही खराब मूड में होते हैं, तो आपका सहनशीलता का स्तर कम हो जाता है.
- आप छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा हो जाते है और दूसरों (खासकर जूनियर) पर चिल्ला सकते है, क्योंकि वे आपकी निराशा के आसान शिकार बन जाते है.
- यह आपके पूरे काम के दिन को नेगेटिव बना देता है, जिससे काम की परफॉर्मेंस खराब होती है और आखिरकार आपको अपने बारे में बुरा महसूस होता है.
दिन की शुरुआत पॉजिटिव तरीके से करने के टिप्स
माइंडफुलनेस: सुबह कुछ मिनटों के लिए गहरी सांस लेने की एक्सरसाइज करें या मेडिटेशन करें.
नेगेटिविटी दूर करें: काम पर जाने से पहले थोड़ी देर टहलें, अपना पसंदीदा संगीत सुनें, या अपनी कॉफी पीते समय पॉजिटिव विचार सोचें.
अपना रास्ता बदलें: ऑफिस जाने के लिए अलग रास्ता अपनाएं. यह आपके दिमाग को तरोताजा कर सकता है.
जल्दी उठें: थोड़ा जल्दी उठें ताकि आप बिना किसी हड़बड़ी के अपने दिन की शुरुआत कर सकें.
छोटी-छोटी खुशियां: अपने दिन की शुरुआत किसी ऐसी चीज़ से करें जो आपको खुशी दे, जैसे एक अच्छी कप चाय/कॉफी का आनंद लेना या किसी दोस्त से बात करना.
मैनेजर की भूमिका (अगर आप मैनेजर हैं): अपने कर्मचारियों को पॉजिटिव मैसेज भेजें, उन्हें कुछ छुट्टी दें, और देर रात ईमेल भेजने से बचें, क्योंकि इससे अगली सुबह उनका मूड खराब हो सकता है.
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