Cream Bell milkshake Insect Video: हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक बच्चे ने मिल्कशेक पिया और उसमें कई कीड़े दिखाई दिए. ये देखकर लोग हैरान रह गए. वीडियो में बताया गया कि बच्चे के परिवार ने उसी बैच के दूसरे पैक में भी कीड़े पाए. इस घटना ने लोगों में चिंता बढ़ा दी और कई लोग इस ब्रांड के मिल्कशेक के बारे में सवाल करने लगे.
वीडियो देखने के बाद एक फेमस सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने भी वही मिल्कशेक मंगाया. इन्फ्लुएंसर ने पाया कि उनके पैक में कोई कीड़े नहीं थे. लेकिन उन्होंने ये भी नोट किया कि मिल्कशेक में केसर और बादाम नहीं थे, जबकि पैकेट पर लिखा होता है कि ये मिल्कशेक केसर और बादाम फ्लेवर का है. इस बात ने कई लोगों को चौंका दिया.
पैकेट पर छिपा सच
इन्फ्लुएंसर ने बताया कि कंपनी छोटे अक्षरों में flavoured milk लिखती है. इसका मतलब है कि मिल्कशेक का स्वाद नेचुरल केसर और बादाम से नहीं, बल्कि सिंथेटिक फ्लेवर से आता है. इसके अलावा, इसका रंग भी आर्टिफिशियल कलर से होता है. यानी, जो स्वाद और रंग हम सोचते हैं कि नेचुरल हैं, वो रियल में आर्टिफिशियल होते हैं.
मिल्कशेक की क्वालिटी
वीडियो में दिखाया गया बच्चा जो मिल्कशेक पी रहा था, उसका पैक एक्सपायर्ड नहीं था. इसका मतलब है कि मिल्कशेक की तारीख पूरी तरह सही थी, लेकिन फिर भी उसमें कीड़े थे. हो सकता है कि ये किसी विशेष बैच की गलती हो. इसलिए, अगर आप भी इस ब्रांड का मिल्कशेक खरीदते हैं, तो पैक खोलने से पहले ध्यान से देख लें और किसी भी संदिग्ध चीज को तुरंत नजरअंदाज न करें.
इस पूरे मामले से ये साफ होता है कि पैकेज्ड फूड में हमेशा सतर्क रहना चाहिए. किसी भी मिल्कशेक या पैकेज्ड उत्पाद को खरीदने से पहले पैकेट की गुणवत्ता, फ्लेवर और एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें. सोशल मीडिया पर वायरल हुई घटनाएं हमें सतर्क करती हैं और ये याद दिलाती हैं कि कभी-कभी ब्रांड के प्रचार और पैकेट पर लिखी बातों में अंतर हो सकता है.