Powerful Herbs To Purify Lungs: आजकल के समय में हमारे फेफड़े लगातार हवा में मौजूद धूल, धुआं और इंफेक्शन से प्रभावित होते रहते हैं ऐसे में एक समय के बाद धीरे-धीरे ये चीजें फेफड़ों की ऑक्सीजन को सोखने की क्षमता को कम कर देती हैं जो ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियों का कारण बनती हैं।दवाइयों और एंटीबायोटिक्स से इनका इलाज तो किया जाता है, लेकिन प्रकृति के पास भी इसके बेहतरीन उपाय हैं। कुछ जड़ी-बूटियां फेफड़ों को साफ करने, उनकी क्षमता बढ़ाने और सूजन को कम करने में भी मदद करती हैं। आइए जानतें है कुछ जड़ी बूटियों के बारें में
तुलसी (Tulsi / Holy Basil)
तुलसी “जड़ी-बूटियों की रानी” कही जाने वाली तुलसी सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि फेफड़ों और सांस से जुड़ी दिक्कतों के लिए भी बहुत फायदेमंद है, तुलसी में पाए जानें वाले यूजेनॉल जैसे प्राकृतिक तत्व सांस की नलियों (ब्रॉन्कियल ट्यूब्स) को आराम देतें है जिससे फेफड़ों की सूजन कम होती हैं। तुलसी के वजह से हमारो फेफड़ों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।और यह अस्थमा जैसी बीमारियों को भी कम करती है। रोजाना हम तुलसी की पत्तियों से बनी चाय पी सकते हैं या इसकी पत्तियों की भाप (स्टीम) भी ले सकतें हैं।
अदरक (Ginger)
अदरक में जबरदस्त एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाले) और एंटीमाइक्रोबियल (कीटाणु नाशक) गुणों के लिए जानी जाती है नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, अदरक फेफड़ों को होने वाले नुकसान को कम करता है और सूजन से बचाव करता है। रोजाने अदरक का सेवन करनें से ना केवल फेफड़े साफ रहते हैं बल्कि सांस लेने की क्षमता भी बेहतर होती है। हमें रोजाना अदरक वाली चाय पीनी चाहिए या आप इसे कच्चा काटकर भी खा सकतें हैं।
मुलेनी (Mullein )
मुलेनी में पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण ना केवल फेफड़ों की सूजन को शांत करते हैं बल्कि सांस की नलियों को आराम पहुंचाते हैं। यूरोप, एशिया, उत्तर अफ्रीका में पाई जाने वाली यह जड़ी-बूटी अब पूरी दुनिया में फेफड़ों की सेहत और डिटॉक्स के लिए काफी फेमस हो गई है।यह खासतौर पर साइनस, एलर्जी और सांस की नलियों में सूजन जैसी समस्याओं में लाभकारी है। रोजाना हम मुलेनी की चाय चाय बनाकर पी सकते हैं या गर्म पानी में डालकर इसका भाप भी लें सकतें हैं। रोजाना इसके नियमित नियमित सेवन से फेफड़ों साफ रहतें और सांस से जुड़ी दिक्कतों भी कम होती हैं।
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.