आजकल ज्यादातर लोग डायबिटीज और मोटापे से बचने के लिए चीनी का सेवन कम कर रहे हैं और उसकी जगह अलग-अलग शुगर सब्स्टीट्यूट्स (Sugar Alternatives) का इस्तेमाल करने लगे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनमें से कई विकल्प आपकी सेहत को फायदा पहुंचाने के बजाय धीरे-धीरे नुकसान भी पहुंचा सकते हैं? कई रिसर्च में पाया गया है कि कृत्रिम या अधिक प्रोसेस्ड शुगर रिप्लेसमेंट सेहत पर बुरा असर डालते हैं और यह पाचन तंत्र, दिल की सेहत, और यहां तक कि मेटाबॉलिज्म को भी बिगाड़ सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे 6 शुगर विकल्पों के बारे में, जो लंबे समय तक सेवन करने पर खतरनाक साबित हो सकते हैं।
एस्पार्टेम (Aspartame)
एस्पार्टेम सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला कृत्रिम स्वीटनर है, जो डाइट कोक, शुगर-फ्री च्युइंग गम और कई प्रोसेस्ड फूड्स में डाला जाता है। इसे कम कैलोरी के नाम पर प्रमोट किया जाता है, लेकिन ज्यादा सेवन करने से सिरदर्द, चक्कर और मेटाबॉलिक गड़बड़ी हो सकती है। कुछ स्टडीज़ में यह भी पाया गया है कि लंबे समय तक एस्पार्टेम का इस्तेमाल न्यूरोलॉजिकल समस्याओं को बढ़ा सकता है।
सैकरीन (Saccharin)
सैकरीन भी एक आर्टिफिशियल स्वीटनर है, जो डायटिंग करने वालों और डायबिटीज मरीजों में खूब लोकप्रिय है। लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल ब्लैडर कैंसर और हार्मोनल असंतुलन से जोड़ा गया है। कई देशों में इसे लंबे समय तक बैन भी किया गया था। यह आंतों की हेल्दी बैक्टीरिया को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
सुक्रालोज़ (Sucralose)
सुक्रालोज़ का नाम आपने शुगर-फ्री गोलियों और कई पैकेज्ड जूस में सुना होगा। हालांकि इसे सुरक्षित बताया जाता है, लेकिन लगातार सेवन से यह आंतों के माइक्रोबायोम को डिस्टर्ब करता है, जिससे पाचन खराब हो सकता है और मोटापे का रिस्क भी बढ़ सकता है।
हाई-फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप (HFCS)
यह मीठा सीरप कोल्ड ड्रिंक्स, पैकेज्ड फूड्स और डेसर्ट्स में खूब इस्तेमाल होता है। इसमें फ्रुक्टोज की मात्रा ज्यादा होती है, जो फैट लिवर डिजीज, मोटापा और इंसुलिन रेजिस्टेंस का बड़ा कारण बनता है। HFCS को “स्लो पॉइजन” भी कहा जाता है क्योंकि यह शरीर में धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाता है।
एगावे सिरप (Agave Syrup)
एगावे सिरप को नेचुरल और हेल्दी शुगर रिप्लेसमेंट कहा जाता है, लेकिन इसमें फ्रुक्टोज बहुत अधिक मात्रा में होता है। ज्यादा सेवन करने पर यह ब्लड शुगर लेवल को असंतुलित कर सकता है और पेट की चर्बी बढ़ा सकता है।
माल्टोडेक्सट्रिन (Maltodextrin)
यह पाउडर फॉर्म में मिलने वाला शुगर रिप्लेसमेंट होता है, जो प्रोटीन पाउडर, पैकेज्ड स्नैक्स और स्पोर्ट्स ड्रिंक में मिलाया जाता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) बहुत ज्यादा होता है, जिससे ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है। डायबिटीज मरीजों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है।