हमारे शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए कई तरह के विटामिन और मिनरल्स की ज़रूरत होती है। इनमें से विटामिन B12 सबसे अहम माना जाता है। यह विटामिन नसों के कामकाज, लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और मस्तिष्क की सेहत के लिए बेहद जरूरी है। अगर शरीर में B12 की कमी हो जाए तो कमजोरी, थकान, चक्कर, याददाश्त कमजोर होना और एनीमिया जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं।आजकल व्यस्त जीवनशैली और असंतुलित डाइट के कारण बहुत से लोगों को B12 की कमी हो रही है। खासकर शाकाहारी लोगों को इसकी कमी ज्यादा झेलनी पड़ती है क्योंकि यह विटामिन मुख्य रूप से पशु-आधारित भोजन में पाया जाता है। लेकिन अच्छी बात यह है कि कुछ डेयरी प्रोडक्ट्स और अंडा जैसे विकल्प से भी इसकी पूर्ति की जा सकती है।
मछली
मछली विटामिन B12 का सबसे अच्छा प्राकृतिक स्रोत मानी जाती है। खासतौर पर सैल्मन, सार्डिन और टूना में B12 भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह दिमाग की कोशिकाओं को एक्टिव रखती है और दिल की सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। मछली में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड रक्त संचार को बेहतर करते हैं और शरीर को ताकत देते हैं। अगर आप नॉन-वेजिटेरियन हैं तो हफ्ते में दो से तीन बार ग्रिल्ड, फ्राई या करी के रूप में मछली जरूर शामिल करें।
अंडा
अंडा एक सुपरफूड है जिसमें प्रोटीन, विटामिन B12 और ज़िंक जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। खासकर अंडे की जर्दी यानी पीला भाग B12 का बेहतरीन स्रोत है। नाश्ते में उबला हुआ अंडा या ऑमलेट खाने से पूरे दिन ऊर्जा बनी रहती है और शरीर थकान महसूस नहीं करता। अंडे का नियमित सेवन बच्चों की ग्रोथ के लिए भी बेहद फायदेमंद है। यह आसानी से उपलब्ध और सस्ता विकल्प है, इसलिए रोज़ाना डाइट में अंडा ज़रूर शामिल करें।
चिकन
चिकन नॉन-वेजिटेरियन लोगों के लिए B12 का शानदार स्रोत है। इसमें भरपूर प्रोटीन भी होता है जो शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। चिकन सूप, ग्रिल्ड चिकन या करी के रूप में इसे आसानी से डाइट में शामिल किया जा सकता है। नियमित रूप से चिकन खाने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिन्हें लगातार थकान या कमजोरी महसूस होती है।
चीज
चीज स्वादिष्ट होने के साथ-साथ विटामिन B12 का भी अच्छा स्रोत है। इसमें प्रोटीन और कैल्शियम मौजूद होता है जो दांतों और हड्डियों को मज़बूत बनाता है। चीज़ को सैंडविच, पास्ता, सलाद या स्नैक्स में आसानी से शामिल किया जा सकता है। हालांकि, ध्यान रहे कि चीज़ में फैट की मात्रा भी अधिक होती है, इसलिए इसे संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिए। बच्चों और युवाओं के लिए यह डाइट में एक हेल्दी और स्वादिष्ट विकल्प है।