मिलिंद सोमन नवंबर में 60 साल के होने वाले हैं लेकिन उनकी एनर्जी और चेहरे की चमक देखकर कोई भी उनकी उम्र का अंदाजा नहीं लगा सकता है. वह बिना जूते मैराथन में दौड़ते हैं और हर उम्र के लोगों को फिट रहने के लिए इंस्पायर करते हैं. तो आइये जानते है कि उनकी लाइफ स्टाइल और खासकर ब्रेकफास्ट की आदतें कैसी हैं?
सुबह की फ्रेशनेस मिलिंद सोमन का फल भर नाश्ता
मिलिंद सोमन का ब्रेकफास्ट बिल्कुल अलग होता है उन्होंने बताया कि “मैं एक पूरा पपीता खाता हूँ, या अगर छोटे हों तो दो, मैं आधा तरबूज खाता हूँ क्योंकि तरबूज बड़े होते हैं. मैं जो भी मौसमी फल हैं, वह खाता हूँ. अगर आम का मौसम है, तो मैं पांच या छह आम खाता हूँ. मैं बहुत सारे केले भी खाता हूँ. मैं नाश्ते को कैलोरी से नहीं बल्कि क्वालिटी और उपलब्धता के आधार पर तय करता हूँ. कभी-कभी अगर उन्हें ज्यादा भूख लगती है तो वह मूसली, सुख मेवे या साबुत अनाज का भी सेवन कर लेते हैं ताकि वह पूरे दिन एनर्जेटिक फील करें फल खाने से शरीर हाइड्रेट रहता है और पाचन ठीक रहता है.
संतुलित होता है दोपहर और शाम का खाना
मिलिंद सोमन दोपहर और रात के समय में भारी खाना खाने से बचते हैं, उन्होंने कहा की “मैं उन चीजों से बचने की कोशिश करता हूं जो पचने में भारी होती है जैसे मांसाहारी भोजन” उनका खाना साधारण और संतुलित होता है उनकी पसंदीदा प्लेट में दाल चावल और सब्जियां अक्सर होती है. वह किसी भी कल्चरल खाने का आनंद लेते हैं महाराष्ट्रीयन, बंगाली, असमिया, जापानी खाना ट्रेडिशनल और असली तरीके से बनाया हो.
फल- भरा नाश्ता हेल्दी और लंबी उम्र की चाबी होता है
फल पहले खाने से शरीर को बहुत लाभ होता है मिलिंद सोमन के अनुसार पपीता तरबूज आम जैसे फलों में पानी और फाइबर काफी अच्छी मात्रा में होता है, जो की पाचन सुधारने में मदद करता है और कब्ज वाली समस्याओं से बचाता है. यह विटामिन ए और के से भरपूर होता है जो की झुर्रियां मिटाने उम्र बढ़ाने और कोई बीमारी से बचाता हैं. केले और आम में नेचुरल शुगर होती है जो की एनर्जी देती है और मूड को बेहतर बनाती है.