Lead In Indian Turmeric: हल्दी का इस्तेमाल भारत में सदियों से होता आ रहा है। यह एक ऐसा मसाला है जिसका इस्तेमाल लगभग सभी के घरों में होता है। इतना ही नहीं, अपने अनोखे गुणों के कारण इसे स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। लेकिन एक नए अध्ययन में भारत में हल्दी को लेकर जो खुलासे हुए हैं, वे बेहद चिंताजनक हैं।
हाल ही में हुई जाँचों में चौंकाने वाले निष्कर्ष सामने आए हैं, पटना, चेन्नई और गुवाहाटी से लिए गए हल्दी के नमूनों में सुरक्षित सीमा से 200 गुना ज़्यादा सीसा पाया गया। यह संदूषण लेड क्रोमेट से आता है, जो पेंट और प्लास्टिक में इस्तेमाल होने वाला एक ज़हरीला रसायन है।
सीसा युक्त हल्दी खाने के नुकसान
विशेषज्ञों के अनुसार, सीसा एक धातु है जो शरीर में कैल्शियम की तरह काम करता है और हड्डियों में जमा हो जाता है। ज़्यादा मात्रा में सीसे का सेवन करने से किडनी, हृदय और मस्तिष्क पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इतना ही नहीं, इससे दिल का दौरा, किडनी फेलियर और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ सकता है। अगर ज़्यादा मात्रा में सीसा युक्त हल्दी का इस्तेमाल किया जाए, तो यह बच्चों के मस्तिष्क के विकास में बाधा उत्पन्न कर सकती है और वयस्कों में थकान, उच्च रक्तचाप और पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती है।
किस प्रकार की हल्दी चुनें
अगर आप लेड वाली हल्दी से बचना चाहते हैं, तो विशेषज्ञ ऑर्गेनिक हल्दी इस्तेमाल करने या हल्दी की एक गांठ खरीदकर उसे घर पर पीसने की सलाह देते हैं। इससे मिलावट का खतरा कम हो जाता है। बाज़ार से खरीदी गई हल्दी में पैकेजिंग और FSSAI मानकों का ध्यान रखें।
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