Dangerous Sleep Position: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी है, नींद सिर्फ शरीर को आराम नहीं देती बल्कि दिल, दिमाग और डाईजेस्टिव सिस्टम को भी स्वस्थ बनाए रखती है, खासतौर पर दिल के मरीजों के लिए नींद की पोजिशन बहुत मायने रखती है. गलत पोजिशन में सोने से ब्लड सर्कुलेशन, सांस लेने की क्षमता और दिल पर दबाव बढ़ सकता है, इससे हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्थितियों का खतरा भी बढ़ जाता है. इसलिए नींद की सही पोजिशन दिल की सेहत के लिए जरूरी है.
गलत पोजिशन और हार्ट अटैक का संबंध
नींद के दौरान शरीर Active Mode से Relax Mode में जाता है, इस समय दिल की धड़कन धीमी होती है और ब्लड प्रेशर सामान्य से कम हो सकता है. यदि किसी को पहले से हार्ट की दिक्कत है, तो यह बदलाव खतरनाक साबित हो सकता है. गलत पोजिशन में सोने से धीमी हार्ट रेट, लो ब्लड प्रेशर और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं, गहरी नींद के दौरान हार्ट पर एक्स्ट्रा दबाव पड़ना हार्ट अटैक का कारण बन सकता है, इसलिए नींद की पोजिशन पर ध्यान देना बेहद जरूरी है.
फ्लूइड का जमाव और दिल पर असर
दिनभर चलने-फिरने के बाद शरीर में पानी खासकर पैरों में जमा हो जाता है, जब हम लेटते हैं, तो यह फ्लूइड ऊपर की तरफ फेफड़ों और दिल की ओर बढ़ता है. इससे फेफड़ों में पानी भर सकता है और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है, दिल पर एक्स्ट्रा दबाव पड़ता है. यही कारण है कि हार्ट फेलियर वाले मरीजों को रात में नींद में खलल या घुटन जैसी समस्याएं महसूस होती हैं.
सबसे खतरनाक नींद की पोजिशन
कुछ रिसर्च के अनुसार बाईं करवट यानी लेफ्ट साइड में सोना दिल के लिए सबसे खतरनाक माना जाता है, यह हार्ट फेलियर मरीजों में धड़कनों को तेज कर सकता है. हालांकि, यह पोजिशन प्रेग्नेंट महिलाओं और पाचन समस्याओं वाले लोगों के लिए फायदेमंद होती है लेकिन बाईं करवट में सोने से पीठ और गर्दन में दर्द, गैस, एसिडिटी, खर्राटे और स्लीप एपनिया जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं, इसलिए दिल के मरीजों के लिए यह पोजिशन सुरक्षित नहीं मानी जाती.
दिल के लिए सबसे सुरक्षित तरीका
राइट साइड यानी दाईं करवट में सोना दिल के लिए सबसे सुरक्षित माना जाता है, इससे दिल पर दबाव कम पड़ता है, हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर स्थिर रहते हैं. हार्ट अटैक के खतरे वाले मरीजों के लिए यह पोजिशन बेहद फायदेमंद है, इसके अलावा, दाईं करवट में सोने से नींद में आराम मिलता है, सांस लेने में आसानी होती है और पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है